24 घंटे के भीतर गोरखुपर के बीआरडी कॉलेज में 16 और बच्चों की मौत, मरने वालों का आंकड़ा 300 के पार
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत का सिलसिला अभी तक जारी है। यहां पिछले 24 घंटों में 16 और बच्चों की मौत हो गई। सोमवार (9 अक्टूबर) को कॉलेज अथॉरिटी ने ये जानकारी दी। रिपोर्ट के अनुसार जिन बच्चों की मौत हुई है उनमें दस बच्चे एनआईसीयू यानी नवजात इंटेंसिव केयर यूनिट में भर्ती थे। जबकि छह बच्चे बाल चिकित्सा आईसीयू में भर्ती थे। रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले 24 घंटों में और बीस बच्चों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। इनमें छह बच्चे डायरिया, जिनमें दो कुशीनगर, चार-चार गोरखपुर और महारजगंज और एक बस्ती और बलरामपुर से हैं। इनमें इन्सेफ्लाइटिस नामक बीमारी से भी पीड़ित बच्चों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। यहां पिछले चौबीस घंटों में करीब तीन दर्जन इन्सेफ्लाइटिस बीमारी से पीड़ित बच्चों को इलाज किया गया है। वहीं बिहार के पांच बच्चों का भी इलाज किया गया है। ये जानकारी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स के हवाले से है।
सूत्रों के अनुसार इस साल जनवरी से अबतक 1470 बच्चों को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। जिनमें 310 दस बच्चों की मौत हो चुकी है। गोरखपुर का बीआरडी कॉलेज तब सुर्खियों में आया था जब इस साल अगस्त में यहां 63 बच्चों की मौत हो गई थी। मरने वालों में ज्यादातर नवजात बच्चे थे। तब बच्चों की मौत का कारण ऑक्सीजन की कमी बताया गया था। इस दौरान 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इसमें ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली दो कंपनियों के मालिक भी शामिल थे। कॉलेज के प्रिंसिपल के खिलाफ भी एफआईर दर्ज की गई। डॉक्टरों का कहना था कि बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से नहीं हुई थी।
जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 29 सितंबर को एक विवादित बयान देते हुए कहा था कि राज्य में पिछले 40 साल से बच्चे इन्सेफ्लाइटिस बीमारी से मर रहे हैं तो अब इस मुद्दे पर क्यों रोना रोया जा रहा है? मुख्यमंत्री का यह बयान तब आया जब अगस्त में ही उनके क्षेत्र गोरखपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत एक महीने के अंदर हो गई थी।