एसोचैम का सर्वे: इस दिवाली चीनी लाइट-गिफ्ट की 45 और मोबाइल की बिक्री 20 फीसदी गिरेगी, देशी सामान ज्यादा बिकेंगे

पिछले कुछ वर्षों से दिवाली पर लोग अपने-अपने घरों को रौशन करने और सजाने के लिए चीनी लाइटिंग का इस्तेमाल करते रहे हैं लेकिन इस साल चीनी लाइट्स और गिफ्ट की बिक्री में पिछले साल की तुलना में 40 से 45 फीसदी की कमी आ सकती है। एसोचैम-सोशल डिवेलपमेंट फाउंडेशन के एक सर्वे में कहा गया है कि इसकी जगह देशी सामानों खासकर मिट्टी के दीए और घरों को सजाने-संवारने वाले सामानों की बिक्री बढ़ेगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि चाइनीज मोबाइल की बिक्री में भी 15 से 20 फीसदी की गिरावट आ सकती है।

सर्वे में कहा गया है कि इस साल दिवाली पर चीनी लाइट्स, गिफ्ट आइटम्स, लैम्प्स, दीवारों पर सजावटी सामान और अन्य सामानों की बिक्री 40 से 45 फीसदी गिर सकती है। सर्वे में कहा गया है कि पिछले साल इन चीनी सामानों की बिक्री कुल बाजार की बिक्री में 30 फीसदी हुई थी। सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल लोग चाइनीज सामान की जगह देशी सामान खरीदने पर ज्यादा जोर दे रहे हैं।

सर्वे रिपोर्ट्स जारी करते हुए एसोचैम के महासचिव डीएस रावत ने कहा, ‘दिवाली के दौरान सबसे ज्यादा बिकने वाले सामान जिनमें सजाने वाली लाइट्स और गिफ्ट्स शामिल हैं, उनकी बिक्री इस साल 40 से 45 प्रतिशत प्रभावित हो सकती है। इनके अलावा चीनी इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे मोबाइल फोन, एलसीडी वगैरह की बिक्री भी 15 से 20 फीसदी गिर सकती है।”

रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्वे के दौरान ज्यादा दुकानदारों ने कहा कि ग्राहक देशी लाइट्स की मांग कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, अब लोग चीनी सजावटी सामान खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। उनकी जगह लोग मिट्टी के दीए और स्थानीय सामानों की खरीद को इच्छुक दिख रहे हैं।” एसोचैम ने सर्वे के दौरान अहमदाबाद, बेंगलुरु, भोपाल, चेन्नै, दिल्ली, देहरादून, हैदराबाद, जयपुर, लखनऊ और मुंबई में चीनी उत्पादों की अनुमानित बिक्री जानने के लिए होलसेलर्स, रिटेलर्स और ट्रेडर्स से बात की।

एक अनुमान के मुताबिक साल 2016 में दिवाली के दौरान करीब 6,500 करोड़ रुपये के चीनी उत्पादों की बिक्री हुई थी। इनमें से 4,000 करोड़ रुपये से अधिक की दिवाली से संबंधित खिलौनो, फैन्सी लाइट्स, गिफ्ट आइटम्स, प्लास्टिक वेयर और सजावटी सामानों की बिक्री हुई थी।

 

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