इटावा-‘महानायक’ के नाम पर बने सरकारी स्कूल में नहीं मनाया जाता जन्मदिन
बुधवार को अपना 75वां जन्मदिवस मना रहे अमिताभ बच्चन के नाम पर बने एक स्कूल का जिक्र बेहद जरूरी है। इटावा जिले के सैफई गांव स्थित इस स्कूल के छात्रों को यह भी पता नहीं कि महानायक का बुधवार को जन्मदिन भी है। स्कूल का नाम है अमिताभ बच्चन राजकीय इंटर कॉलेज। सबसे हैरत की बात है कि सिर्फ स्कूल का नाम ही है अमिताभ बच्चन राजकीय इंटर कॉलेज। स्कूल में अमिताभ की न तो कोई तस्वीर है और न ही दस्तावेज। विद्यार्थियों, शिक्षकों और अन्य स्टाफ का कहना है कि जब अमिताभ बच्चन का नाम सरकारी स्कूल में जोड़ ही दिया गया था तो उनसे जुड़े संस्मरणों का साहित्य या फिर तस्वीर भी स्कूल में रखी जानी चाहिए थी। ऐसा होता तो स्कूल मे नाम के साथ अमिताभ के बारे में भी छात्र बेहतर ढंग से जान पाते।
उत्तर प्रदेश मे जब राष्ट्रपति शासन लगा था तब 27 फरवरी 1997 को तत्कालीन राज्यपाल रोमेश भंडारी ने सैफई में अभिताभ बच्चन इंटर कॉलेज के मुख्यद्वार का उद्घाटन किया था। इस मौके पर अभिताभ बच्चन, पत्नी जया बच्चन और तत्कालीन रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव समेत कई दिग्गज मौजूद थे। छात्रों के साथ-साथ स्कूल के अध्यापक अमिताभ का जन्मदिन स्कूल में न मनाए जाने से नाखुश हैं। छात्र प्रशांत का कहना है महानायक अमिताभ बच्चन इस मुकाम पर आ चुके हैं कि वे भारत रत्न के असल हकदार हैं। ऐसा नहीं है कि सिर्फ प्रशांत की ही चाहत है कि अमिताभ को भारत रत्न मिले, कई और छात्र भी इसकी वकालत करते हैं।
इंटर कॉलेज के शिक्षक हरीमोहन का कहना है कि उनका स्कूल तो अमिताभ बच्चन के नाम पर है लेकिन यहां न तो सरकारी या न गैर सरकारी स्तर पर उनका जन्मदिन मनाया जाता है। घनश्याम कुलश्रेष्ठ भी इसी कॉलेज के शिक्षक है। उनकी मंशा है कि इस स्कूल में अमिताभ बच्चन के नाम पर पठनीय सामग्री होनी चाहिए और एक वाचनालय बनाया जाना चाहिए ताकि स्कूल के बच्चे अमिताभ बच्चन के बारे में सब कुछ जान सकें।सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव कह चुके हंै कि सैफई में जो अमिताभ बच्चन के नाम पर इंटर कॉलेज है, उसको उच्चीकृत करना चाहिए। सैफई में अमिताभ बच्चन चार बार आ चुके हैं। हम चाहते हैं कि निकट भविष्य में अमिताभ बच्चन फिर सैफई आएं। अमिताभ 2005 में सैफई में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कन्या विद्याधन योजना के तहत स्कूली छात्राओं को सम्मानित करने के लिए आए थे। आखिर बार वह मैनपुरी सांसद तेजप्रताप सिंह यादव के तिलक समारोह में शामिल होने के लिए आए थे।