बोले पहलाज न‍िहलानी- स्‍मृति ईरानी ने मेरे ऊपर फोड़ द‍िया बम, जहां जाती हैं धमाका ही करती हैं

केंद्रीय फिल्‍म प्रमाणन बोर्ड (CFBC) प्रमुख पद से हटते ही पहलाज निहलानी के तेवर बदल गए हैं। सेंसर बोर्ड में रहते हुए उन्‍होंने कई फिल्‍मों में कांट-छांट के जरिए निर्देशकों व ‘फ्री-सिनेमा’ के समर्थकों का विरोध सहा। कुर्सी छोड़ते ही वह गर्मागर्म दृश्‍यों से भरपूर ‘जूली-2’ लेकर आ रहे हैं। दैनिक भास्‍कर के साथ एक इंटरव्‍यू में निहलानी ने बताया कि जब उन्‍हें सेंसर बोर्ड से प्रमुख पद से हटाया गया, तब सरकार के साथ उनकी क्‍या बातचीत हुई। निहलानी ने कहा कि तत्‍कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्‍मृति ईरानी ने ‘धमाका’ कर दिया। उन्‍होंने कहा कि ईरानी से पहले दो मंत्री आए लेकिन उनसे किसी को समस्‍या नहीं हुई। जब स्‍मृति आईं तो ‘बम ब्‍लास्‍ट’ कर दिया। निहलानी ने कहा कि स्‍मृति जहां जाती हैं, वहां कोई न कोई धमाका कर देती हैं। हालांकि निहलानी ने यह भी कहा कि उन्‍हें बिना कुछ बताए पद से हटा दिया गया, इस बात का कोई दुख नहीं है। उन्‍होंने कहा कि ‘जो जिम्‍मेदारी मुझे दी गई, वह मैंने अच्‍छे से निभाई। जब तक ये मेरा भाड़े का शरीर है, अच्‍छी फिल्‍में बनाता रहूंगा।’

निहलानी ने एक बार फिर से नरेंद्र मोदी के समर्थन की बात दोहराई है और कहा कि उन्‍होंने उसे कभी नहीं छिपाया। निहलानी ने कहा कि ‘मुझे मोदीजी की नीतियों में विश्‍वास था इसलिए मैंने निजी मैनिफेस्‍टो बनाकर उनका प्रचार किया।’

निहलानी जब सेंसर बोर्ड के प्रमुख थे, तब निर्माता-निर्देशक अनुराग कश्‍यप ने कई बार बोर्ड पर अनुचित तरीके से फिल्‍म को काटने व जबरन ‘ए’ सर्टिफिकेट देने का आरोप लगाया था। निहलानी ने इस बारे में कहा कि ‘अनुराग सिर्फ बातें करता है। उसे प्‍लेटफॉर्म चाहिए थे। मेरे साथ दिक्‍कत हुई मगर उससे पहले? उसकी हर फिल्‍म बोर्ड में आकर फंसी। फॉक्‍स वाले उसके साथ एग्रीमेंट खत्‍म कर रहे थे। मैंने ‘यूए’ सर्टिफिकेट न दिया होता तो वह फुटपाथ पर होता। तब उसे दिक्‍कत नहीं थी।’

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