अखिलेश: 500 करोड़ की प्रॉपर्टी वाला डॉन, खुद को मानता था दूसरा दाऊद
पांच लाख रुपए के इनामी और 56 मामले में आरोपी डॉन अखिलेश सिंह को गुड़गांव पुलिस ने मंगलवार (10 अक्टूबर) रात एक मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। मुठभेड़ में उसे गोली लगी है। अपराध की दुनिया से गैंगस्टर अखिलेश का नाम पहली बार साल 2001-2 में अपहरण केस के बाद जुड़ा था। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस अपराधी की गैंग में करीब 50 सदस्य हो सकते हैं। इसकी कुल प्रॉपर्टी करीब पांच सौ करोड़ रुपए बताई गई है जिसमें नोएडा, जबलपुर, बनारस और हरिद्वार जैसे महत्वपूर्ण शहरों में जायदाद होने की बात कही गई है। अखिलेश के खिलाफ जबरन वसूली, लूट, डकैती और हत्या जैसे मामले दर्ज हैं। झारखंड पुलिस अब उसके रिमांड की मांग करेगी। अखिलेश वही अपराधी है जो साल 2007 में श्रीलेदर के मालिक आशीष डे की हत्या में मुख्य संदिग्ध था। वह साल 2008 में पूर्व जज आरपी रवि की हत्या का भी संदिग्ध है।
गैंगस्टर की गिरफ्तारी के बाद जमशेदपुर के एसपी प्रशांत आनंद ने बताया कि उसके गुड़गांव में छिपे होने की खबर मिली थी। जिसपर एसपी (रूरल) प्रभात कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। हमने उसे पकड़ने के लिए स्थानीय पुलिस की भी मदद ली। कोर्ट से उसकी रिमांड की मांग की जाएगी। पुलिस ने आगे बताया कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से खासा प्रभावित अखिलेश खुद को दूसरा दाऊद समझता था। दाऊद की ‘डी कंपनी’ की तरह ही उसने अपनी ‘ए कंपनी’ बनाई थी।
पुलिस ने बताया कि रंगदारी नहीं देने पर उसके गुर्गे किसी भी हत्या कर देते थे। राजनीती में भी उसका खासा दखल था। यहां तक राज्य में सरकार बनवाने के लिए विधायक जुटाने का ठेका भी लेता था। हमें जानकारी मिली है कि मसूरी में एक उसका आलीशान होटल है, जिसकी कीमत करोड़ों में हो सकती है। ईडी उसकी संपत्ति की जांच कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार उसके पास पांच सौ करोड़ से अधिक की संपत्ति और बैंक बैलेंस है। फर्जी आईडी पर उसने बैंकों में खाते खोल रखे हैं।