धनतेरस पर खरीदना है सोना तो इन सात बातों का रखें ख्याल
दिवाली से पहले धनतेरस पर लोग सोना खरीदना शुभ मानते हैं। इस दिन लोग सिर्फ ज्वैलरी ही नहीं खरीदते ब्लकि सोने के सिक्के भी खरीदते हैं। अगर आप भी सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो आइये हम आपको सोना खरीदने के बारे में सात बातें बताते हैं।
सोने की प्योरिटी- सोने की क्वालिटी कैरेट पर निर्भर करती है। 24 कैरेट के सोने को सबसे शुद्ध माना जाता है। इसमें किसी भी तरह की कोई मिलावट नहीं होती है। गोल्ड की क्वालिटी मापने का एक और पैरामीटर होता है फाईनेसिस। जैसे 24 कैरेट के सोने को सबसे शुद्ध माना जाता है वैसे ही 1,000 में से 999.9 पार्टस फाईनेसिस वाले गोल्ड को सबसे शुद्ध माना जाता है।
हॉलमार्क: सोना खरीदते वक्त लोगों के साथ धोखाधड़ी न हो इसके लिए भारत सरकार ने ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टेंडर्ड्स (बीआईएस) बनाया है। बीआईएस गोल्ड कॉइन और ज्वैलरी में सोने की शुद्धता को सर्टिफाई करता है। बीआईएस लोगो के साथ ज्वैलरी पर हॉलमार्क लगता है। 22 कैरेट के लिए 916, 18 कैरेट के लिए 750 और 14 कैरेट के लिए 585 लिखा जाता है।
पैकेजिंग: गोल्ड कॉइन टेंपर प्रूफ पैकिंग में आते हैं। ज्वैलर यह सुझाव देते हैं कि पैकिंग के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए और पैकिंग को तब तक नहीं खोलना चाहिए जब तक कि आप उसे बेच नहीं रहे हों। पैकिंग सोने के सिक्के की शुद्धता की विश्वसनीयता सुनिश्चित करती है।
कीमत: मार्केट में 0.5 ग्राम से लेकर 50 ग्राम तक के गोल्ड कॉइन मिल जाते हैं। सोने की वर्तमान कीमत 29,785 रुपए (11 अक्टूबर 2017 को) है। अगर 0.5 ग्राम का सिक्का भी खरीदते हैं तो उसकी कीमत 1,800 से 2,000 रुपए के बीच होगी। जो सिक्का आप खरीदना चाहते हैं उसकी उपलब्धता ज्वैलर पर निर्भर करती है।
मेकिंग चार्ज: सोने के सिक्के पर लगने वाला मेकिंग चार्ज ज्वैलरी की तुलना में कम होता है। इस पर 4-10 फीसदी तक का मेकिंग चार्ज लगता है। वहीं रिंग, ईयर रिंग आदि ज्वैलरी पर मेकिंग चार्ज की शुरुआत 8-10 फीसदी से होती है और इसकी अधिकतम सीमा क्राफ्टमैन पर निर्भर करती है।
कहां से खरीद सकते हैं: सोने के सिक्के लोकल ज्वैलर, बैंक, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, एमएमटीसी (यह सोना-चांदी सेल करने की सरकारी यूनिट है) और मूत्थूट ग्रुप आदि से खरीद सकते हैं। वहीं ज्वैलरी आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी ज्वैलर से खरीद सकते हैं।
रिसेल: सोने का सिक्का अगर आपने बैंक से खरीदा है तो रिजर्व बैंक की गाइडलाइन्स के मुताबिक आप उसे बैंक को वापस नहीं कर सकते हैं। बैंक सिक्का वापस नहीं लेते हैं। जरूरत पड़ने पर सिक्के को मार्केट में बेचना आसान होता है। इसे बेचते वक्त होने वाला फायदा और नुकसान तो इस बात पर निर्भर करेगा कि कितने रुपए में खरीदा था और कितने में बिक रहा है। गोल्ड कॉइन और ज्वैलरी बेचते वक्त सिर्फ सोने के वजन की कीमत मिलेगी, मेकिंग चार्ज नहीं मिलेंगे।