नरम पड़े तेवर? पाक आर्मी चीफ ने कहा, भारत के साथ चाहते हैं शांति
पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने कहा है कि पाकिस्तान ‘युद्ध पर अमादा’ भारत सहित अपने सभी पडोसियों के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है। ‘इंटरप्ले आॅफ इकोनॉमी एंड सिक्युरिटी’ विषय पर एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए जनरल बाजवा ने कहा कि ऐतिहासिक कारणों और नकारात्मक प्रतिस्पर्धा के कारण यह क्षेत्र बंदी बना हुआ है। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनो द्वारा भारत में किए गए विभिन्न आतंकवादी हमलों के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को कई बार झटका लगा है। भारत ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट कर दिया है कि जबतक वह अपनी धरती से आतंकी नेटवर्क को समाप्त नहीं करता है तबतक दोनो मुल्कों के बीच कोई द्विपक्षीय बातचीत नहीं होगी।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संबंधों में भी तनाव है क्योंकि दोनों देश एक-दूसरे पर आतंकवादी संगठनो के खिलाफ आंख बंद करने का आरोप लगाते रहते हैं। बाजवा ने कहा, ‘‘हमारे पूर्व में युद्ध पर उतारू भारत और हमारे पश्चिम में एक अस्थिर अफगानिस्तान है। इतिहास के बोझ और नकारात्मक प्रतिस्पर्धा का खामियाजा इस क्षेत्र को भुगतना पड़ रहा है।’’ उन्होंने कहा कि इसे किसी खतरे में बदलने से पहले कमजोरियों को दूर करने और नेशनल एक्शन प्लान को आगे बढ़ाने के लिए सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है।
पाक सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘पश्चिमी सीमा को शांत करने के लिए हमारी ओर से राजनयिक, सैन्य और आर्थिक पहल के जरिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। भारत के साथ भी हमने सामान्य एवं शांतिपूर्ण तथा अच्छे संबंधों के लिए सच्ची इच्छा जाहिर की है और इसका प्रदर्शन किया है। मालूम हो कि पाक सेना प्रमुख की टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब भारत के वायुसेना प्रमुख मार्शल बी.एस. धनोआ ने हाल ही में कहा था कि भारतीय वायु सेना (आईएएफ) युद्ध के लिए हर समय तैयार रहती है। सुरक्षा परिदृश्य के बारे में बात करते हुये उन्होंने कहा था, ‘‘हम संक्षिप्त नोटिस पर जंग के लिए तैयार हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा था कि वायुसेना बहुपक्षीय रणनीतिक क्षमताएं हासिल कर रही है और थल सेना तथा नौसेना के साथ मिलकर संयुक्त रूप से काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।