कानूनी सलाह लेने के बहाने बुलाकर वकील की हत्या, अगले दिन सड़क के किनारे मिली लाश
वकील मो. आरजू की हत्या के विरोध में वकीलों ने गुरुवार को अदालत में कोई काम नहीं किया और हत्यारों की गिरफ्तारी की बैठक कर मांग की। वकालत खाने में हुई बैठक की अध्यक्षता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र मंडल ने की। हत्या के खिलाफ वकीलों ने अपना गुस्सा बैठक में खुलकर जताया और हत्यारों की गिरफ्तारी होने तक आंदोलनरत रहने की अपील की। इसके साथ ही इस सिलसिले में आलाधिकारियों से शिष्टमंडल मिल ज्ञापन देने की बात भी कही।
मालूम हो कि सिविल कोर्ट के वकील मो. मजरुल हक उर्फ आरजू (35) को अदालत से मंगलवार को किसी ने फोन कर बुलाकर अगवा कर लिया था। उस समय वे वकालतखाने में ही दूसरे वकील मो. अय्याज के बगल की कुर्सी पर बैठे फाइल देख रहे थे। फोन आने पर वे उन्हें यह बताकर गए कि किसी आदमी ने कानूनी सलाह लेने के लिए बुलाया है। इसके बदले में वह दो हजार रुपए देगा। वे अपना बैग और फाइल वहीं छोड़ अपनी बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार होकर चले गए। लेकिन देर शाम वापस न लौटने और उनका मोबाइल स्विचऑफ आने के बाद साथी वकील को बैचेनी और शंका होने लगी।
इसके बाद बार काउंसिल के सचिव संजय मोदी ने इस बात की सूचना थाना आदमपुर को दी। इसके अगले दिन उनकी बीबी सादका परवीन ने भी अपहरण की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई। पुलिस सुराग पाने के लिए कोशिश करती रही, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इस बीच एसएसपी मनोज कुमार को कटिहार एसपी ने पोठिया थाना के सड़क किनारे किसी की लाश मिलने की सूचना दी और व्हाट्सएप पर मृतक युवक का फोटो भेजा, जिसकी पहचान सचिव संजय मोदी और घर वालों ने कर ली।
उनके शरीर पर जख्म के कई निशान मिले। लाश को वहां से भागलपुर बुधवार देर शाम लाया गया। इससे पहले उनकी बुलेट मोटर साइकिल पुलिस ने हवाईअड्डा के बगल गली से वरामद किया। पुलिस की तहकीकात जारी है। सूत्रों के मुताबिक, हत्या में भूमाफिया का हाथ बताया जा रहा है। इसे लेकर वकीलों में भारी रोष है।