80 पर्सेंट पार्टी मेंबर आडवाणी को चाहते थे राष्ट्रपति: शत्रुघ्न का मोदी सरकार पर बड़ा हमला
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी बनाए जाएं, इसका समर्थन पार्टी में अधिकतर लोगों ने किया था। न्यूज चैनल एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘मेरी पार्टी के 80 फीसदी लोग चाहते थे कि आडवाणी को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया जाए। मैंने इस मुद्दे पर पार्टी में बड़ी संख्या में लोगों से बात की थी।’ साल के शुरुआत में राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए आडवाणी के पक्ष में प्रचार करने वाले सिन्हा ने उन्हें अपना दोस्त, दार्शनिक, मार्गदर्शक, गुरु बताया है। भाजपा आलाकमान द्वारा रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद के लिए नामित करने से पहले बॉलीवुड अभिनेता ने ट्विटर पर आडवाणी (89) के समर्थन में अभियान चलाया था। जब पूछा गया कि क्या आडवाणी ने अपनी भूमिका के बारे में सोचा था। तब सिन्हा ने कहा ये ऐसा नहीं था जैसी हमने योजना बनाई थी।
गौरतलब है कि सिन्हा (73) साल 2013 में आडवाणी के नेतृत्व में बने भाजपा के उस ग्रुप का हिस्सा थे जिसने तब गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में ना चुनने का आग्रह किया था। लेकिन उनकी इस अपील को ठुकरा दिया गया और 2014 में मोदी के नेतृत्व में भाजपा को बड़ी जीत मिली। बाद में आडवाणी की पार्टी सलाहकार वाली भूमिका को भी समाप्त कर दिया गया और औपरचारिक भूमिका तक ही सीमित रखा। बाद में पूर्व केंद्रीय मंत्री सिन्हा भी भाजपा के महत्वपूर्ण अभियानों और कार्यक्रमों से किनारा करने लगे।
पार्टी विरोध में बोलने पर उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए गए। तब आलोचकों का मुंह बंद करने के लिए उन्होंने कहा था कि भाजपा उनकी पहली, आखिरी एक मात्र पार्टी है। उन्होंने इसे तब ज्वाइन किया था जब ससंद में इसके सिर्फ दो सांसद थे।