गौरी लंकेश मर्डर: पुलिस ने की संदिग्ध हमलावरों की पहचान, जारी किये स्केच
वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में पुलिस ने संदिग्ध हमलावरों की शिनाख्त कर ली है। विशेष जांच दल के अधिकारी बीके सिंह ने मीडिया को बताया कि पुलिस को मिली जानकारी के आधार पर संदिग्ध हत्यारों के स्केच तैयार कराए गए हैं। सिंह ने कहा, ‘हम संदिग्धों के स्केच जारी कर रहे हैं और लोगों से सहयोग की अपेक्षा रखते हैं।’ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘दो संदिग्ध हैं। स्केच मिलते-जुलते हैं क्योंकि उन्हें दो कलाकारों ने प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही पर बनाया है। हमारे पास संदिग्धों की रेकी का वीडियो है, वह भी जारी किया जा रहा है। तिलक या कुंडल से संदिग्धों के धर्म का पता नहीं चल सकता क्योंकि इससे जांच की दिशा भटक सकती।’ पुलिस ने कहा कि उन्होंने हत्या के मामले में 200-250 लोगों से पूछताछ की है। गौरी लंकेश और एमएम कलबुर्गी की हत्याओं में प्रयुक्त हथियार एक होने की बात को पुलिस ने नकार दिया।
बीते दिनों गोवा स्थित सनातन संस्था का नाम गौरी लंकेश की हत्या से जोड़कर चलाया गया था। हालांकि संस्था के प्रवक्ता चेतन राजहंस ने एक बयान में कहा था, “कुछ मीडिया घरानों की ओर से सनातन संस्था के कार्यकर्ताओं की गौरी लंकेश की हत्या में शामिल होने की झूठी खबर फैलाई जा रही है।” उन्होंने दावा किया कि ऐसी खबरें सनातन और हिंदू विरोधी तत्व फैला रहे हैं। यह मामले को भटकाने की साजिश है। दक्षिण गोवा के पोंडा उप-जिले में सनातन संस्था का मुख्यालय है और इसके कैडरों में से एक से तर्कवादी लेखक गोविंद पनसारे और नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के संबंध में पूछताछ की गई है।
हालांकि पुलिस ने गौरी लंकेश की हत्या में सनातन संस्था की संलिप्तता से इनकार किया। पुलिस ने कहा, ‘इसकी (सनातन संस्था) जानकारी सिर्फ मीडिया में है, हमारी तरफ से इस संस्था पर अभी तक कोई जानकारी नहीं है।’