राहुल का तंज: स्मृति ने शेर से ही किया पलटवार, बोलीं, ‘ऐ सत्ता की भूख सब्र कर…
राहुल गांधी और स्मृति ईरानी के बीच इन दिनों शेरो-शायरी के जरिये राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। हाल ही में जारी हुए ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 119 देशों की सूची में 100 वें नंबर पर है। भारत की इस स्थिति पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने तंज कसा है। राहुल गांधी ने मशहूर शायर दुष्यंत कुमार के एक शेर का जिक्र करते हुए लिखा है, ‘भूख है तो सब्र कर, रोटी नहीं तो क्या हुआ…आजकल दिल्ली में है जेरे-बहस ये मुद्दआ।’ इसका जवाब देते हुए केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कुर्सी की भूख में राहुल गांधी देश को बदनाम करने में भी पीछे नहीं हट रहे हैं। स्मृति ईरानी ने एक शायरी के जरिये ही राहुल गांधी को जवाब दिया, ” ऐ सत्ता की भूख -सब्र कर, आँकड़े साथ नहीं तो क्या…खुदगर्जों को जमा कर, मुल्क की बदनामी का शोर तो मचा ही लेंगे।’ बता दें कि पिछले कुछ दिनों से केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी कांग्रेस के गढ़ और राहुल के संसदीय क्षेत्र अमेठी में काफी सक्रिय हैं। स्मृति ईरानी ने अमेठी की बदहाली के लिए सीधे रूप से कांग्रेस और गांधी परिवार को जिम्मेदार ठहराया है।
बता दें कि स्मृति ईरानी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट पर राहुल और स्मृति ईरानी के बीच जबर्दस्त टक्कर हुई थी। इस चुनाव में स्मृति ईरानी हार जरूर गईं थी लेकिन उन्होंने राहुल को जोरदार टक्कर दी थी। स्मृति ईरानी यहां लोगों से संवाद स्थापित करने में कामयाब हुई थी। स्मृति को मिले समर्थन की वजह से राहुल की जीत का अंतर वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में तीन लाख 70 हजार मतों के मुकाबले भारी गिरावट के साथ एक लाख सात हजार वोट ही रह गया था। 10 अक्टूबर को स्मृति ईरानी ने राहुल पर हमला बोलते हुए कहा था कि, ‘ जो व्यक्ति पूरे देश को विकास के सब्जबाग दिखा रहा था, वादे कर रहा था वह अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र तक में विकास करने में नाकाम रहा। यह दिखाता है कि अगर अमेठी के लोग किसी दूसरी पार्टी की तरफ देख रहे हैं, तो वह भाजपा ही है।’’
बीजेपी अमेठी में राहुल गांधी पर हमला बोले रही है तो राहुल गांधी बीजेपी के गढ़ गुजरात में हुंकार भर रहे हैं। राहुल गांधी ने केन्द्र विकास कार्यक्रमों की खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि ‘विकास’ पागल हो गया है और लोग इस विकास को अब ढूंढ रहे हैं। राहुल गांधी ने हाल ही में गुजरात में धुआंधार रैलियां और रोड शो किये हैं।