पीएफ अकाउंट को आधार से जोड़ने के हैं बड़े फायदे, यह है तरीका
सरकार धीरे-धीरे सभी सरकारी योजनाओं के लिए आधार लिकिंग को जरूरी करते जा रही है। नौकरी पेशा लोगों को कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) खाता से भी आधार को जोड़ना अनिवार्य कर दिया गया है। वैसे आधार को ईपीएफ से जोड़ने के कई फायदे हैं। इससे पीएफ अकाउंट जल्दी से ट्रांसफर हो सकता है एवं पीएफ से पैसे भी जल्द निकाले जा सकते हैं। इस फायदे के लिए कर्मचारी को अपने 12 अंकों के आधार नंबर को पीएफ अकाउंट से जोड़ना अनिवार्य है। लेकिन कई लोगों के लिए आधार लिंकिंग करना मुश्किल लगता है। इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि पीएफ अकाउंट से कैसे आधार को जोड़ें। इसके लिए निम्न चरण को पूरा करें।
प्रथम चरण: सबसे पहले ईपीएफ पोर्टल (http://unifiedportal.epfindia.gov.in/) पर लॉग इन करें।
दूसरा चरण: ईपीएफ के पोर्टल पर दाहिने तरफ ‘For Employees’ टैब के तहत ‘UAN Member e-Sewa’ पर क्लिक करें। इसके बाद एक पेज खुलेगा जिस पर UAN ID और पासवर्ड डालकर लॉग इन करना है।
तीसरा चरण: पेज के ऊपरी पैनल में दिख रहे ‘Manage’ पर क्लिक करें उसके बाद ‘KYC’ पर क्लिक करें।
चौथा चरण: अगले पेज में ‘Add KYC’ के तहत एक फॉर्म खुलेगा जिसमें आपको पैन कार्ड, बैंक और आधार का डिटेल डालना होगा। इसके बाद उसे सबमिट कर दें। एक बार सबमिट हो जाने के बाद उसे आप ‘Pending KYC’ के तहत भी देख सकते हैं। 15 दिनों के अंदर आप जहां नौकरी कतर रहे हैं, उस संस्थान द्वारा उसे अप्रूव कर दिया जाएगा। उसके बाद आप उसे ‘Approved KYC’ के तहत देख सकते हैं।
गौरतलब है कि ईपीएफ नौकरी-पेशा लोगों के लिए सरकार का एक सोशल सिक्योरिटी स्कीम है। अगर आपकी सैलरी 15,000 रुपये प्रति माह है तो इस स्कीम में शामिल होना आपके लिए अनिवार्य है। जहां आप नौकरी करते हैं, वह संस्थान आपकी सैलरी से एक हिस्सा काटकर आपके ईपीएफ खाते में जमा करती है। कंपनी भी उसमें अपना योगदान देती है। आपकी कंपनी आपको ईपीएफ अकाउंट नंबर देती है। यह अकाउंट नंबर भी आपके लिए बैंक अकाउंट की तरह है क्योंकि इसमें आपके भविष्य के लिए आपका पैसा पड़ा है। कई कंपनियों में काम करने पर UAN नंबर मिलता है। UAN नंबर से आप खुद अपने ईपीएफ अकाउंट को ट्रैक कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर आंशिक रूप से पीएफ का पैसा निकाल सकते हैं। इन्ही सेवाओं में तेजी लाने के लिए आधार लिकिंग जरूरी है।