चुनाव आयोग के काम में भाजपा करती है हस्तक्षेप? पढ़ें गुजरात सीएम विजय रुपानी का जवाब
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने रविवार को इन आरोपों का खंडन किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) निर्वाचन आयोग के कामकाज में हस्तक्षेप कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में चुनाव की तारीखों का ऐलान आयोग पर निर्भर है। रुपानी ने इंडिया टीवी को बताया, “हम चुनाव की तारीखों की घोषणा में हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं। निर्वाचन आयोग को अपने विवेक के आधार पर काम करने दीजिए।” गौरतलब है कि निवार्चन आयोग ने भाजपा शासित गुजरात में चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया है, जबकि कांग्रेस शासित हिमाचल प्रदेश में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है, जिसके बाद से भाजपा विपक्ष के निशाने पर है। कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निर्वाचन आयोग के काम में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है।
रुपानी ने कहा कि गुजरात में चुनाव समय पर होंगे और विपक्ष को तब विरोध करना चाहिए जब हम चुनाव कराने में देरी करें। चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले भारतीय जनता पार्टी द्वारा दी जाने वाली रियायतों के मद्देनजर चुनाव कराने में देरी के आरोप पर रुपानी ने सवालयिा लहजे में कहा, “अगर हम सरकारी कार्यक्रमों को लागू करते हैं तो इसमें क्या बुराई है?” उन्होंने कहा, “हमारा ध्यान चुनाव की तारीखों पर नहीं है, हम जनता की सेवा करना और उनकी मांगों को पूरा करना जारी रखेंगे।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतिम तारीख तक लोगों के लिए काम करना उनका कर्तव्य है, जब तारीखों का ऐलान होगा, वह ऐसा करना बंद कर देंगे। रुपानी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार गायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बावजूद गोरक्षकों की हिंसा के खिलाफ है। रुपानी ने कहा, “हम उन लोगों का समर्थन नहीं करते जो गोरक्षा के नाम पर हिंसा फैलाते हैं। इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने कहा, “साथ ही, सरकार गायों की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर रही है। इसके लिए हमारे पास कानून है, जो कि देश में सबसे सख्त है। इसमें आजीवन कारावास का भी प्रावधान है।”