जानिए, सिम कार्ड में छिपी होती है आपके बारे में कौन-कौन सी जानकारी
आपके सिम कार्ड में आपके बारे में कई ऐसी जानकारियां होती हैं जिनके बारे में जानना आपके लिए बेहद जरूरी है। सिम कार्ड आपके मोबाईल का मेमोरी सर्किट होता है जो नेटवर्क से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां रखता है। इतना ही नहीं एक सिम कार्ड आपकी कुछ पर्सनल जानकारियां भी रखता है। आपके सर्विस प्रोवाइडर को जिन जानकारियों की जरूरत होती है वह बदली नहीं जा सकती, लेकिन आप अपनी निजी जानकारियों को कुछ हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। आपको बस ये जानने की जरूरी है कि किन जानकारियों की जरूरत सर्विस प्रोवाइडर को नहीं है और किन जानकारियों की जरूरत है। साथ ही यह भी जानना जरूरी है कि फोन या सिम कार्ड गुम होने की, चोरी होने की स्थिति में निजी जानकारियों को कैसे सुरक्षित रखा जाए।
बहुत से जरूरी प्रोटोकॉल आपके सिम कार्ड की रक्षा करते हैं, लेकिन ये प्रोटोकॉल तोड़े भी जा सकते हैं। अच्छी बात यह है कि आपका सिम कार्ड फोटो, वीडियो जैसी बेहद निजी जानकारियां नहीं रखता है। आपका सिम कार्ड आपके घर का पता, आपके बैंक अकाउंट का नंबर, आपके डॉक्टर का नाम और पता नहीं रखता है। हां, लेकिन अगर आपने किसी एसएमएस में ये जानकारियां किसी को भेजी हैं या कॉन्टेक्ट लिस्ट में नाम के साथ कुछ जरूरी जानकारियां रखी हैं तब ये सब सिम कार्ड में भी सेव हो जाता है।
सेलुलर कैरियर्स कुछ निश्चित और संक्षिप्त समय के लिए ही एसएमएस को आर्काइव में स्टोर करता है। जैसे यूनाइटेड स्टेट्स में बहुत से नेटवर्क प्रोवाइडर्स एसएमएस को 48 घंटे या दो हफ्तों के लिए ही आर्काइव में स्टोर करते हैं, लेकिन अगर आपने कुछ ऐसी सर्विस सब्स्क्राइब करके रखी हो जो टेक्स्ट्स मैसेज को आर्काइव के रूप में स्टोर करने की सेवा देती हो, आप सरकारी एजेंसी के लिए काम करते हों या फिर आप किसी ऐसे देश में रहते हों जो अपने नागरिकों पर कड़ी निगरानी रखता हो, ऐसे में आपकी परेशानी बढ़ सकती है। अगर आप किसी मैसेज को डिलीट करने के बाद सोचते हैं कि अब वह पूरी तरह से डिलीट हो गया है तो आप गलत सोचते हैं। मैसेज डिलीट करने का मतलब होता है कि अब आप उसे देख या पढ़ नहीं सकते, लेकिन वह आपके सिम कार्ड में मौजूद रहता है और वह तब तक मौजूद रहेगा जब तक कि नए डाटा से उसे ओवर-राइट नहीं कर दिया जाता।
आपको बता दें कि टेक्स्ट्स मैसेज के अलावा आपका सिम कार्ड कॉन्टेक्ट लिस्ट में एड हुए नंबर्स और उनके साथ अगर आपने कोई जानकारी डाली है तो उसे भी सिम कार्ड स्टोर करता है। आपका सिम कार्ड कॉन्टेक्ट लिस्ट, नंबर्स, नाम, दिन और टाइम के साथ कॉल हिस्ट्री भी आपका सिम कार्ड अपने पास रखता है। यही कारण है कि किसी अपराधी के बारे में पता लगाने के लिए सिम कार्ड का सहारा लिया जाता है। आपका सिम कार्ड सिक्योरिटी प्रोटोकॉल से जुड़ी हुई कई जानकारियां, आपका पिन, आप जो सर्विस की सेवा लेते हो वो, ऐसी सारी जानकारियां स्टोर करता है। इसके अलावा आपके फोन का लास्ट लोकेशन भी सिम कार्ड में स्टोर हो जाता है, जो कि अधिकतर गुमशुदा लोगों की तलाश के लिए काम में आता है।