ताजमहल वाले बयान पर गुस्से में ट्विटर यूजर्स, लिखा- तालिबान की राह पर हैं
आगरा में मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा बनाया गया ताजमहल सोमवार को मीडिया और सोशल मीडिया की सुर्खिया बन गया। मेरठ के सरधना से विधायक संगीत सोम ने भारतीय संस्कृति और इतिहास पर ताजमहल को एक धब्बा बताया ये बात ट्विटर यूजर्स को पसंद नहीं आई और बड़ी भारी संख्या में ट्विटर पर इसका विरोध किया गया है। ताजमहल के खिलाफ बोले गए बीजेपी विधायक के शब्दों की तुलना कई यूजर्स ने अफगानिस्तान में भगवान बुद्ध की मूर्ती तोड़ने वाले तालिबान से भी की ।
दरअसल ये सारा मामला तब सुर्खियों में आया जब बीजेपी विधायक संगीत सोम ने कहा है, “बहुत सारे लोग इसलिए निराश थे कि ताज महल को उत्तर प्रदेश की पर्यटन पुस्तिका से हटा दिया गया। हम किस इतिहास की बात कर रहे हैं? कौन सा इतिहास? ताजमहल बनवाने वाले (शाहजहां) ने अपने पिता को जेल में डाल दिया था। वह भारत से सभी हिंदुओं को मिटा देना चाहता था। अगर ऐसे लोग हमारे इतिहास का हिस्सा हैं तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है।” उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार अकबर, बाबर और औरंगजेब जैसे कलंक कथा लिखने वाले बादशाहों को भी इतिहास से निकालने की तैयारी कर रही है। इसके बाद इस सारे मसले ने तुल पकड़ लिया। सोमवार को ट्विटर पर 10,000 से ज्यादा लोगों ने ताजमहल के मुद्दे पर कमेंट किया। दूसरी ओर दक्षिणपंथी रुझान रखनेवाले ट्विटर यूजर्स ने इस मसले पर मगुलों को हिन्दू विरोधी बताने के लिए जमकर ट्विट किए। इस तरह सोमवार का पूरा दिन ट्विटर पर जंग जैसा महौल बना रहा।
जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने व्यंग्यात्मक ट्वीट किया, “अब 15 अगस्त को लालकिले से कोई भाषण नहीं दिया जाएगा। प्रधानमंत्री अब देश को नेहरू स्टेडियम से संबोधित करेंगे .. कुछ लोगों के दिल और दिमाग को उत्साह से भर देंगे।”
वहीं एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा, “यहां तक कि दिल्ली में जो हैदराबाद हाउस है, उसे भी ‘राजद्रोही’ द्वारा बनाया गया था, तो क्या मोदी वहां विदेशी मेहमानों की मेजबानी करना छोड़ देंगे?”
हास्य कलाकार तन्मय भट्ट ने इस मुद्दे को अप्रासंगिक बताया और कहा कि राजनेता ऐसे मुद्दे का उपयोग देश को बांटने के लिए करते हैं।
उन्होंने लिखा, “ताजमहल ऐसी कोई मुद्दा नहीं है, लेकिन राजनेता ऐसी कोशिश करते रहेंगे और इस देश को बांटते रहेंगे.. और यहां ट्विटर पे हम आर डब्ल्यू, एल डब्लू (दक्षिणपंथ, वामपंथ) खेलते रहेंगे।”