सीमा पर तैनात सैनिक की गुहार- मैं यहां दुश्मनों से देश को बचा रहा हूं, वहां मेरे मां-बाप को धमका रहे हैं
सीमा पर तैनात सेना के एक जवान ने गुहार लगाई है कि कोई उसके बूढ़े मां-बाप की मदद करे। श्रीनगर में तैनात इस जवान ने वीडियो मैसेज के द्वारा कहा है कि गांव में उसके मां-बाप को गांव के ही कुछ दबंग परेशान कर रहे हैं और हमारी ज़मीन हड़पना चाहते हैं। जवान का कहना है कि वो अपनी जान की बाजी लगाकर सीमा पर देश के दुश्मनों से लोहा ले रहा है लेकिन यहां गांव में अपने लोग ही मेरे माता-पिता के लिए मुश्किलें पैदा कर रहे हैं। जवान का नाम विट्ठल कडाकोल है। विट्ठल कर्नाटक के बेलागावी में टोटागट्टी गांव का रहने वाला है। विट्ठल का कहना है कि उसके माता-पिता को गांव से बहिष्कृत कर दिया गया है। ना तो कोई उनसे बात करता है और ना ही उन्हें गांव के सार्वजनिक कुएं या फिर मंदिर का इस्तेमाल करने दिया जा रहा है।
विट्ठल कडाकोल का कहना है कि जमीन के एक चोटे से टुकड़े के लिए उसके माता-पिता को धमकाया जा रहा है। गांव की पंचायत द्वारा उनके माता-पिता की जमीन को जबरदस्ती छीनने की कोशिश की जा रही है। विट्ठल ने बताया कि पंचायत चाहती है कि वो जमीन उसे दे दी जाए ताकि आंगनबाड़ी स्कूल के लिए रास्ता बनाया जा सके। वहीं उस जमीन पर विट्ठल के पिता ने छोटी सी एक गौशाला बना रखी है।
विट्ठल का कहना है कि घरवालों को परेशान करने की खबर सुनकर वह आपातकालीन चुट्टी लेकर आया था लेकिन 27 अगस्त को उसकी छुट्टियां खत्म हो रही हैं। अब उसे वापस जाने पर ये डर सता रहा है कि उसकी गैरमौजूदगी में फिर से उसके माता- पिता को परेशान किया जाएगा। ऐसे में उसने मदद की गुहार लगाई है।