पंचकूला हिंसा में राम रहीम के डेरे का प्रमुख अधिकारी गिरफ्तार
पंचकूला हिंसा के मामले में पुलिस ने अब डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। डेरा प्रमुख राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद मचे बवाल के मामले में हरियाणा पुलिस की एसआइटी ने डेरे के लेखाकार (अकाउंटेंट) सीपी अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया है। अरोड़ा गुरमीत राम रहीम सिंह की कंपनी एमएसजी का सीईओ भी है। विशेष जांच टीम (एसआइटी) टीम और हरियाणा पुलिस ने मिलकर यह गिरफ्तारी की है। गुरमीत के जेल जाने के बाद पुलिस डेरा सच्चा सौदा के अकाउंटेंट सीपी अरोड़ा की तलाश कर रही थी। पुलिस की जांच में सामने आया था कि इस हिंसा का षड्यंत्र एमएसजी कंपनी के सीईओ सीपी अरोड़ा ने रचा था। अरोड़ा का पूरा नाम छिंदर पाल अरोड़ा है। वह डेरे के प्रवक्ता आदित्य इंसां का करीबी दोस्त हैै। प्रशासन का मानना है कि 25 अगस्त को गुरमीत सिंह को सजा सुनाए जाने के बाद हुई हिंसा का षड्यंत्र इन तीनों ने ही रचा था। पुलिस आयुक्त एएस चावला ने सीपी अरोड़ा की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
अरोड़ा देखता था बाबा की फिल्मों का पूरा कारोबार : डेरा प्रमुख की फिल्मों का पूरा कारोबार सीपी अरोड़ा देखता था। उसे हकीकत एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक बनाया हुआ था। दिल्ली में फिल्मों को लेकर होने वाली सभी बड़ी बैठकों का आयोजन भी उसकी देखरेख में होता था। वह डेरा प्रमुख का खासमखास माना जाता है। डेरे में होने वाले कई कार्यक्रमों के आयोजन में भी अरोड़ा की मुख्य भूमिका रहती थी। अरोड़ा ने डेरे में सबसे पहले विज्ञापन एजंसी भी चलाई। इसके बाद वह डेरा प्रमुख की फिल्मों के में निदेशक बना। उसने एक के बाद एक डेरा प्रमुख की चार फिल्मों को रिलीज करवा दिया जबकि एक फिल्म रिलीज होनी थी। मगर डेरा प्रमुख को जेल होने पर फिल्म ठंडे बस्ते में चली गई। डेरा प्रमुख ने पहली फिल्म 2015 में बनाई। इसके बाद लगातार पांच फिल्में पर्दे पर उतरी। जिनमें एमएसजी-2, हिंद का नापाक को जवाब, एमएसजी द-वारियर हर्ट, जट्टू इंजीनियर शामिल रही। इन फिल्मों द्वारा करोड़ों रुपए का कारोबार करने की रिपोर्ट दी गई।