जानिए इस म्यूजिक स्टूडियो को Google Doodle बनाकर क्यों कर रहा है याद

सर्च इंजन गूगल किन्हीं खास मौकों पर गूगल डूडल बनाता है। बुधवार (18 अक्टूबर) को ऐसे ही खास मौके पर गूगल ने म्यूजिक कंपनी इतिहास में पहले आधुनिक संगीत स्टूडियो (first modern music studio) की 66वीं वर्षगांठ पर डूडल बनाया है। पहला आधुनिक संगीत स्टूडियो इलेक्ट्रोनिक संगीत का पहला स्टूडियो था। इसका मशूहर लोगो रंगीन एनिमेशन स्टूडियो में ही बनाया गया था। इस मौके पर डूडल ने रंगों के जरिए इलेक्ट्रोनिक म्यूजिक स्टूडियो को काफी खास बना दिया गया है। गौरतलब है कि कोलोन, जर्मनी में पश्चिम जर्मन प्रसारण सुविधा के आधार पर 20वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में इलेक्ट्रोनिक म्यूजिक स्टूडियो में दुनिया भर के संगीतकारों और प्रड्यूसर्स का स्वागत किया जाता था। आज के डूडल को बर्लिन स्थित इलस्ट्रेटर हेनिंग वगेनब्रथ द्वारा बनाया गया है।

गूगल ने इस बात को एक्सप्लेन किया कि इलेक्ट्रॉनिक संगीत बनाने के लिए एक स्टूडियो के लिए सुझाव संगीतकार वर्नर मेयर-एपप्लर, रॉबर्ट बेयर और हर्बर्ट इमर्ट ने दिया था, जिन्होंने कई सालों तक तकनीकी आवश्यकताओं की चुनौतियों पर काम किया। स्टूडियो में आर्टिस्ट बीट्स, एडिटिंग और साउंड की मिक्सिंग के लिए नए यंत्र और टेक्निकल कंपोजिशन का इस्तेमाल किया करते थे। बता दें कि गूगल हमेशा किसी खास मौके पर या, वर्षगांठ, इंवेंशन और इवेंट के मौके पर इस तरह के डूडल बनाता है। वहीं, 19 वर्षों में गूगल अब दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक बन गया है और अब गूगल सर्च रिजल्ट ही नहीं बल्कि और कई काम कर रहा है।

जानकारी के लिए बता दें कि दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन Google जन्मदिन बीते महीने 27 सिंतबर को ही मनाया गया था। सितंबर में गूगल 19 साल का हो गया। Google ने इस मौके पर एक सरप्राइज स्पिनर लॉन्‍च किया था जिसे उसके होमपेज पर डूडल को क्लिक करके एक्टिवेट भी किया जा सकता था। घुमाने पर यह पुराने डूडल्‍स से रूबरू कराता था। 27 सितंबर, 1998 को लैरी पेज और सर्जी बिन ने एक गैराज में गूगल की नींव रखी थी। दोनों तब स्‍टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहे थे। तब दोनों संस्‍थापकों को भी अंदाजा नहीं था कि उनका यह प्रोडक्‍ट एक दिन दुनिया के बाकी प्रोडक्‍ट्स के लिए गेट-वे की तरह काम करेगा। Google अंग्रेज़ी के शब्द “Googol” की गलत वर्तनी है, जिसका मतलब है− वह नंबर जिसमें एक के बाद सौ शून्य हों। गूगल अपनी सर्च इंजन की सुविधा के लिए भारी-भरकम रकम खर्च करता है। हर वेबसाइट का ये लक्ष्‍य होता है कि यूजर उसपर ज्‍यादा से ज्‍यादा वक्‍त गुजारे, मगर गूगल चाहता है कि उसके पेज से लोग जल्‍द से जल्‍द चले जाएं। Google के वर्कस्‍पेस को दुनिया के सबसे अच्‍छे वकेप्‍लेसेज में से गिना जाता है।

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