जेएनयू से जामिया तक जलेंगे खुशियों के दीप
उन दिनों हर तरफ दिवाली की चकाचौंध दिखाई दे रही है। इस त्योहार से दिल्ली के विश्वविद्यालय भी अछूते नहीं हैं। दिल्ली के आसपास रहने वाले छात्र तो तीन-चार दिन की छुट्टियों में अपने घर चले जाते हैं लेकिन दूर वाले विद्यार्थी छात्रावास में ही दीपावली मनाते हैं। जो छात्र दिल्ली में ही रह जाते हैं उन्हें घर की कमी न खले इसके लिए छात्रावासों में विशेष आयोजन किए जाते हैं। दिवाली की रात मेस में विशेष पकवान बनाए जाते हैं। रात में डांस होता है और विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है। हमने विश्वविद्यालयों के कुछ छात्रों से बात कि और जाना कि उनके छात्रावास में इस बार दिवाली की तैयारियां किस तरह की हैं।
डीयू में दिवाली पर रहती है अलग रौनक
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के सभी कॉलेजों में छात्रावास नहीं हैं लेकिन जिन-जिन कॉलेजों में इसकी सुविधा है वहां दिवाली पर अलग रौनक रहती है। बात चाहे उत्तरी परिसर में मौजूद कॉलेज की हो या या फिर दक्षिण परिसर में मौजूद कॉलेज की हर ओर त्योहार का विशेष उत्साह छात्रों में होता है। दक्षिण परिसर में मौजूद श्री वेंकटेश्वर कॉलेज के छात्रावास की अध्यक्ष एस प्रेमा स्वरूपा ने बताया कि दिवाली सहित सभी त्योहारों को मनाने के लिए हमारे पास अलग फंड होता है। उसकी सहायता से दिवाली भव्य तरीके से मनाई जाती है। बीए (आॅनर्स) राजनीतिक शास्त्र कर रहीं प्रेमा ने बताया कि हम सबसे पहले पूरे छात्रावास को सजाते हैं। इसके लिए एलईडी लाइट, रंग-बिरंगे कागज, गुब्बारे, झालर आदि का उपयोग किया जाता है। इसके बाद मेस में उस रात बिलकुल अलग खाना बनाया जाता है। रात में सभी एक साथ लक्ष्मी-गणेश की पूजा करते हैं। इसके बाद शुरू होता है मस्ती का सिलसिला। इस दौरान अंत्याक्षरी, डांस, विभिन्न तरह की प्रतियोगिताएं होती हैं। प्रेमा का कहना है कि जो लोग दिवाली पर अपने घर नहीं जा पाते हैं, उन्हें हम यहीं पर घर जैसा माहौल देने की कोशिश करते हैं और काफी हद तक इसमें कामयाब भी रहते हैं।
जामिया भी हुआ जगमग
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में इस साल पहली बार दिवाली मनाई गई। छात्रावासों में रहने वाले अधिक विद्यार्थी दिवाली की छुट्टियों में अपने घर चले जाते हैं, ऐसे में विश्वविद्यालय में कुछ पहले ही दिवाली मनाई गई। वर्ष 2013 से जामिया में पढ़ रहे राय बहादुर सिंह कहना है कि पहले जामिया में दिवाली नहीं मनाई जाती थी लेकिन इस बार विद्यार्थियों ने अपने-अपने घर जाने से पहले विश्वविद्यालय परिसर में दिवाली मनाई। एमए हिंदी के छात्र राय बताते हैं कि इस मौके पर पूरे परिसर को दीयों और मोमबत्तियों से सजाया गया। छात्रों ने एक-दूसरे को त्योहार की शुभकामनाएं दीं और मिठाइयां खिलार्इं। इतना ही नहीं दीपावली उत्सव और रंगोली प्रतियोगिता कार्यक्रम भी हुआ। राय ने बताया कि जो छात्र किन्हीं कारणों से घर नहीं जा पाए हैं, यह रोशनी खासतौर से उनके लिए है, ताकि उन्हें घर जैसा माहौल परिसर में ही मिल सके। उनका कहना है कि पिछले साल तक दिवाली पर होने वाली छुट्टियों में सभी हिंदू छात्र अपने घर चले जाते थे और त्योहार से पहले भी कोई उत्सव जैसा माहौल नहीं होता था। उन्होंने बताया कि इस वर्ष होली भी विश्वविद्यालय परिसर में बहुत धूमधाम से मनाई गई थी।