एनडीटीवी की महिला एंकर ने डिलीट किया ट्वीट, कहा- मुझे इस स्तर तक नहीं जाना चाहिए था
एनडीटीवी के पत्रकारों और पूर्व पत्रकारों से जुड़े विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला चैनल की एंकर सोनिया सिंह और पूर्व पत्रकार नितिन गोखले का है। गोखले ने एक फेसबुक पोस्ट में चैनल पर खबरों को सेंसर करने और भाई-भतीजावाद का आरोप लगाया तो सोनिया सिंह ने ट्विटर पर उन पर तंज कसते हुए कहा कि “मैं इन बाकी मामलों में नहीं पड़ना चाहती, बस ये बता दीजिए कि इसके बाद भी आप ने अपने परिवार के एक सदस्य को एनडीटीवी में इंटर्नशिप के लिए क्यों भेजा? भाई-भतीजावाद सीखने के लिए?” इस पर नितिन गोखले समेत कई अन्य पत्रकार भड़क गये। आनंद रंगनाथन नामक पत्रकार ने सोनिया पर तंज कसते हुए कहा कि “ऐसी महिला अपने पूर्व सहयोगी पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगा रही है जिसका चयन बगैर एचआर के सीधे “रॉय के लोग” के तौर पर हुआ था।” आनंद ने एक पत्रिका में एनडीटीवी के संस्थापक प्रणय रॉय पर छपे लेख का हवाला दिया था। इसके जवाब में सोनिया सिंह ने कहा कि उनका चयन इसलिए हुआ था क्योंकि वो अपने कॉलेज की टॉपर थीं और उनका चयन इंडिया टुडे में भी हो गया था। हालांकि सोनिया सिंह ने नितिन गोखले पर किये पहला ट्वीट डिलीट कर दिया। सोनिया ने सफाई दी, “मैंने वो डिलीट कर दिया क्योंकि मुझे लगा कि मुझे इतने नीचे नहीं जाना चाहिए लेकिन आप चालू रहिए। जो भी हो मैं इस ट्विटरबाजी से थक चुकी हूं।”
मौजूदा विवाद तब शुरू हुआ जब एनडीटीवी के मैनेजिंग एडिटर श्रीनिवासन जैन ने अपने ही चैनल पर अमित शाह के बेटे जय शाह पर की गयी रिपोर्ट को वेबसाइट से हटाने पर सवाल खड़ा कर दिया। श्रीनिवासन जैन ने लिखा था कि एनडीटीवी प्रबंधन ने “कानूनी पड़ताल” की बात कहकर उनकी और मानस प्रताप सिंह की अमित शाह के बेटे जय शाह की रिपोर्ट हटा दी और एक हफ्ते बाद भी उसे वेबसाइट पर दोबारा अपलोड नहीं किया है। इसके बाद एनडीटीवी की पूर्व एंकर और पत्रकार बरखा दत्त ने फेसबुक पर एक लम्बी पोस्ट लिखकर एनडीटीवी और जैन दोनों को आड़े हाथो लिया। बरखा ने आरोप लगाया कि एनडीटीवी में पहले भी स्टोरियों दबाई या हटाई गई हैं लेकिन तब जैन जैसे लोग चुप थे। बरखा दत्त ने लिखा कि उनके द्वारा किया गया वित्त मंत्री पी चिदंबरम का इंटरव्यू चैनल ने दबा दिया था। बरखा ने लिखा कि चैनल ने नितिन गोखले का नौसेना प्रमुख रहे एडमिरल डीके जोशी का इंटरव्यू वेबसाइट से हटा दिया था।