दुर्गा पूजा में ट्रैफिक बंदिशों की फेसबुक पर की थी आलोचना, पश्चिम बंगाल पुलिस ने किया गिरफ्तार
पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के दौरान लगे यातायात प्रतिबंधों की फेसबुक पर आलोचना करने के कारण दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक व्यापारी के साथ एक अन्य व्यक्ति को ट्रैफिक बंदिशों की आलोचना करने की वजह से बालुरघाट से गिरफ्तार किया गया है। दरअसल दुर्गा पूजा के वक्त ट्रैफिक को नियंत्रित रखने के लिए शाम 4 बजे से सुबह 4 बजे तक यातायात पर कुछ प्रतिबंध लगाए गए थे, जिसकी वजह से लोगों को कहीं भी आने जाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।
27 सितंबर को देवजीत रॉय नाम के एक थोक व्यापारी ने फेसबुक पर पोस्ट किया था, ‘बाइकर्स… आप लोग जो भी करो, लेकिन प्लीज अपनी बाइक को गैराज में 4 बजे तक पार्क कर ही दो नहीं तो फिर आप घर नहीं लौट सकोगे। अगर आप लोग व्यापारी हो तो जिन्होंने भी ये फरमान जारी किया है वो आपके लिए खाने का इंतजाम करेंगे…।’ देवजीत ने अपना दूसरा फेसबुक पोस्ट टोटोज (बैटरी से चलने वाले रिक्शा) के लिए करते हुए उन्हें बताया कि कैसे उन्हें अपनी गर्भवती पत्नी और 18 महीने के बच्चे के साथ 5 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा था, क्योंकि उन्हें कोई टोटो नहीं मिला था।
द टेलीग्राफ के मुताबिक देवजीत का ये पोस्ट काफी वायरल हुआ था और कई लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी थी। टोटो ड्राइवरों ने इस पोस्ट से अपमानित महसूस करते हुए 4 अक्टूबर को विरोध प्रदर्शन भी किया था। पुलिस का कहना है कि रॉय ने कुछ अन्य पोस्ट भी लिखे थे, लेकिन क्या लिखा था उसके बारे में कुछ नहीं बताया। देवजीत रॉय के फेसबुक पोस्ट का आकलन करने के बाद पुलिस का कहना है कि रॉय ने अपने पोस्ट के माध्यम से लोगों को उत्तेजित करने की कोशिश की थी, इसलिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस ने देवजीत रॉय के खिलाफ दो केस फाइल किए हैं। पहला टोटो ड्राइवर की शिकायत के आधार पर किया गया है और दूसरा पुलिस ने खुद अपनी ओर से फाइल किया है। पुलिस के मुताबिक उन सभी लोगों को बुलाया गया था जिन्होंने फेसबुक पर पोस्ट किया था, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया, क्योंकि उन्होंने अपनी गलती स्वीकार ली थी और सहयोग करने के लिए राजी हो गए थे। देवजीत रॉय की पत्नी प्रियदर्शिनी का कहना है कि रॉय को गुरुवार शाम को पुलिस थाने बुलाया गया था और वहां कई घंटे बैठाया गया था उसके बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। प्रियदर्शिनी ने पुलिस के एक्शन को दमन बताया है। वहीं पुलिस का कहना है कि रॉय और एक अन्य व्यक्ति ने लोगों को उत्तेजित करने की कोशिश की थी, इसलिए उनकी गिरफ्तारी हुई।
पुलिस के उप अधीक्षक सोम्यजीत बरुआ ने कहा, ‘हमने कई दिनों पहले से ही दुर्गा पूजा के वक्त यातायात पर लगाए जाने वाले प्रतिबंधों की जानकारी दे दी थी, लेकिन जिस तरह के फेसबुक पोस्ट उस दौरान किए गए उसे लेकर हम काफी चिंतित थे। हमने पोस्ट के आधार पर जांच करनी शुरू की तो पाया कि करीब 15-20 लोग फेसबुक के जरिए लोगों को पुलिस के खिलाफ उत्तेजित करने की कोशिश कर रहे थे।’ पुलिस ने बताया कि उन सभी लोगों को नोटिस भेजा गया, सब आए लेकिन ये दो लोग नहीं आए। सबने आकर अपनी गलती स्वीकार की और सहयोग करने की बात भी कही, लेकिन जब रॉय और अनुपम तरफदार (दूसरा व्यक्ति) कई नोटिस भेजने पर भी नहीं आए तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।