छत्तीसगढ़: नक्सलियों से मुकाबला कर रहे पुलिस कर्मियों को मिलेगी ज्यादा सैलरी
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राज्य में नक्सलियों का मुकाबला कर रहे पुलिस कर्मियों के लिए उच्चतर वेतनमान समेत कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि मुख्यमंत्री सिंह ने राजधानी रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय पुलिस स्मृति दिवस कार्यक्रम में पुलिस कर्मियों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। सिंह ने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों में कार्यरत सहायक आरक्षकों को नियमित पुलिस आरक्षक भर्ती में 15 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा और वर्तमान सहायक आरक्षकों में से 20 प्रतिशत को वरिष्ठ अथवा उच्चतर वेतनमान भी दिया जायेगा। इससे उन्हें हर महीने 2,500 रुपए अधिक मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि पुलिस आरक्षकों की भर्ती में बस्तर अंचल के युवाओं को शारीरिक मापदंड परीक्षा में विशेष छूट दी जाएगी, जिसका लाभ वर्तमान सहायक आरक्षकों को भी मिलेगा। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने नगर सैनिकों (होमगार्ड) के वर्तमान मासिक मानदेय को 10,000 रुपए से बढ़ाकर 13,200 रुपए करने का भी ऐलान किया है। सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की सभी बटालियनों में सेवाएं दे रहे छत्तीसगढ़ के जिन पुलिस कर्मियों के परिवारों को वर्तमान में सरकारी मकानों की सुविधा नहीं मिल रही है, उन्हें गृहभाड़ा भत्ता दिया जायेगा, चाहे वे राज्य के भीतर सेवा दे रहे हों या देश के किसी भी राज्य में।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की चार बटालियनों में 5,800 जवानों की भर्ती कर रही है। अब तक 2,800 भर्तियां हो चुकी हैं और 1,200 जवानों को प्रमोशन भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बस्तर के विकास के लिए भारत सरकार से 700 करोड़ रुपए का विशेष पैकेज जल्द मिलने वाला है। इस अवसर पर बस्तर को वर्ष 2020 तक नक्सल मुक्त करने का संकल्प दोहराते हुए सिंह ने कहा कि बस्तर संभाग में जल्द 50 नए थाना भवन बनवाए जाएंगे।
राष्ट्रीय पुलिस स्मृति दिवस कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की चौथी बटालियन के माना स्थित परिसर में किया गया। लद्दाख में 21 अक्टूबर 1959 को चीनी फौज के साथ मुठभेड़ में भारतीय सुरक्षाबलों के वीर जवानों की शहादत की याद में देश में हर साल राष्ट्रीय पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में परेड की सलामी ली। उन्होंने ड्यूटी के दौरान शहीद हुए पुलिस जवानों के बलिदानों को याद किया और पुष्प-चक्र अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी। सिंह ने इस दौरान छत्तीसगढ़ पुलिस के 23 शहीद जवानों को भी श्रद्धांजलि दी।