सिंगर हर्षिता मर्डर केस में चौंकाने वाला खुलासा- खुद गैंग में थी शामिल, मुठभेड़ के बाद हो चुकी थी गिरफ्तार

हरियाणा की डांसर और सिंगर हर्षिता दहिया मर्डर केस में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस ने बताया कि हर्षिता को साल 2016 में रविंद्र पुगथला की गैंग के सदस्य के साथ गिरफ्तार किया था। ये गिरफ्तारी एक मुठभेड़ के बाद की गई। पुलिस के अनुसार हर्षिता, जिनका असली नाम गीता है, को सोनीपत में गैरकानूनी हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया। तब गीता को गिरफ्तार करने वाले इंस्पेक्टर इंदिवर सिंह ने टीओआई को बताया कि जांच के दौरान हर्षिता ने स्वीकार किया कि वो रविंद्र गैंग में थीं। हर्षिता के अनुसार वो गैंग में इसलिए शामिल हुईं क्योंकि जीजा दिनेश माथुर लगातार उनकी जान लेनी की धमकी दे रहा था।

हर्षिता की हत्या का आरोपी दिनेश पहले ही जेल में बंद है। जिसने पुलिस पूछताछ में कबूल कर लिया है कि उसी ने हर्षिता का मर्डर करवाया। पानीपत के डिप्टी एसपी देशराज ने बताया, ‘पूछताछ के दौरान हर्षिता दहिया के जीजा दिनेश माथुर ने कबूल किया है कि मर्डर के पीछे उसकी का हाथ है।’ पुलिस ने दिनेश माथुर को पानीपत की जिला कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। गौरतलब है कि बुधवार (18 अक्टूबर) को हर्षिता की बहन ने कहा था कि मेरे पति ने ही मेरी बहन का मर्डर किया है।

माथुर अभी रेप मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। गुरुवार को पानीपत के एसपी राहुल शर्मा ने बताया था, ‘हर्षिता ने साल 2013 में अपने जीजा पर रेप का आरोप लगाया था, जिसके बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।’ इसके साथ ही माथुर पर सिंगर हर्षिता की मां की हत्या का भी आरोप है। दहिया की मां की हत्या साल 2014 में दिल्ली में हुई थी और गायिका इस मामले में मुख्य गवाह थीं।

बुधवार को जब गायिका की बहन लता से दहिया की हत्या के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस हत्या के पीछे उनके पति का हाथ है। लता ने पानीपत में बुधवार को मीडिया से बात करते हुए दावा किया, ‘मेरे पति ने हर्षिता की हत्या कर दी क्योंकि वह अपनी मां की हत्या के मामले में गवाह थीं।’ वहीं, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हर्षिता दहिया के जीजा ने कुछ महीने पहले उसे मारने की धमकी दी थी। 22 वर्षीय गायिका की बीते मंगलवार को अज्ञात हमलावरों ने हरियाणा के पानीपत जिले में गोली मारकर हत्या कर दी थी। गायिका उस समय एक गांव से कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद वापस घर लौट रहीं थीं। उनके सिर और गर्दन पर छह गोलियां मारी गईं।

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