पहली मुस्लिम मिस ऑस्ट्रेलिया ने समलैंगिक विवाह के पक्ष में उठाई आवाज, बोलीं- मैं इस्लाम की प्रतिनिधि नहीं
ऑस्ट्रिलिया की पहली मुस्लिम सुंदरी एस्मा वोलोदेर मिस वर्ल्ड का ताज हासिल करने के लिए चीन की सफर पर निकल चुकी है। यहां पर वो ऑस्ट्रेलिया की सांस्कृतिक पहचान की अगुवाई करेंगी। चीन में 19 नवंबर को मिस वर्ल्ड का ऐलान किया जाएगा। 25 साल की एस्मा वोलोदेर दुनिया के सांस्कृतिक गलियारों में अपनी मुखर आवाज के लिए जानी जाती है। एस्मा समलैंगिक विवाह की पक्षधर रही हैं और उन्होंने उन्हें भी जवाब दिया है जो उनके मुस्लिम होने पर सवाल उठा चुके हैं। एस्मा वोलोदेर का परिवार बोस्निया में रहता था, जब बोस्निया हिंसा की चपेट में आया तो एक रिफ्यूजी कैंप में उनका जन्म हुआ। इसके बाद उनका परिवार ऑस्ट्रेलिया आ गया। जब इस साल जुलाई में उन्होंने मिस ऑस्ट्रेलिया का खिताब जीता तो आयोजकों पर की सवाल उठाये गये और उनसे पूछा गया कि आखिर उन्होंने एक मुस्लिम को कैसे मिस ऑस्ट्रेलिया का ताज दे दिया।
लेकिन इन आलोचनाओं के बाद भी एस्मा वोलोदेर को उनके आलोचक रोक नहीं सके। तब उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई न्यूज एजेंसी एसबीएस को कहा था, ‘मैंने अपने आलोचकों को माफ कर दिया है क्योंकि मैं उनकी मंशा नहीं जानती कि वे ऐसा क्यों बोलते हैं। मैं यहां अपना सर्वोत्तम करने आई हूं जिसमें मैं विश्वास करती हूं जो कि चैरिटी और अच्छे काम करना है।’ चीन रवाना होने से पहले उन्होंने इंस्टाग्राम पोस्ट पर लोगों से अपने लिए दुआएं मांगी। समलैंगिक विवाह का समर्थन करते हुए उन्होंने डेली टेलिग्राफ को कहा, ‘मैं सोचती हूं कि सबको स्वीकार करना ऑस्ट्रेलियाई की संस्कृति है, और ये ऐसी चीजें हैं जिसपर हमें फोकस करते रहना चाहिए, हमें इस पर इज्जत से बात करनी चाहिए।’
एसबीएस डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक एस्मा ने कहा कि वह ना तो इस्लाम की प्रतिनिधि हैं ना तो शिक्षिका। उन्होंने बताया, ‘मैं जो कुछ भी बोलती हूं उसके बारे में बेहद सतर्क रहने की कोशिश करती हूं क्योंकि मैं अपनी समझ से सबसे अच्छा करना चाहती हूं।’ उन्होंने कहा कि चाहे वो मेरा चेहरा हो या फिर मेरी आस्था, आलोचना ऐसी चीज है जो होती ही है, मनोवैज्ञानिक बैकग्राउंड से आने की वजह से मैं ये सीखने की कोशिश कर रही हूं कि सकारात्मक कैसे रहा जाए।’