एडवाइजरी में चीन की हताशा-‘भारत की बीमारियों, हादसों और आपदाओं से बचकर रहें’
चीन ने भारत में रह रहे अपने नागरिकों के लिए एक और एडवाइजरी जारी की है। लेकिन इस बार चीन द्वारा जारी एडवाइजरी में उसकी हताशा झलकती है। डोकलाम विवाद पर भारत को कई बार धमकी दे चुका चीन ने इस बार अपने नागरिकों को आगाह किया है कि वे भारत में बीमारियों, प्राकृतिक आपदाओं और सड़क हादसों से बचकर रहें। 24 अगस्त गुरुवार को जारी इस एडवाइजरी में चीन ने अपने नागरिकों को कई किस्म की सुरक्षा चुनौतियों से सावधान रहने को कहा है। चीनी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी इस एडवाइजरी के मुताबिक भारत में बार बार आने वाली प्राकृतिक आपदाएं, ट्रैफिक दुर्घटनाएं और संक्रमण से फैलने वाली बीमारियों से चीनी नागरिकों को बचकर रहने की जरूरत है। चीन ने ये एडवाइजरी जब जारी की है जब खुद चीन का दक्षिणी हिस्सा एक शक्तिशाली तूफान ‘हातो’ से जूझ रहा है। इस तूफान की वजह से 12 लोगों की मौत हो गई है।
8 जुलाई को जारी की गई एडवाइजरी के बाद चीन ने ये दूसरी एडवाइजरी जारी की है। इसकी वैधता 31 दिसंबर 2017 तक है। एडवाइजरी में भारत में रह रहे चीनी नागरिकों को बेवजह घुमने-फिरने से मना किया गया है। इसके मुताबिक, ‘चीनी दूतावास भारत में रह रहे सभी नागरिकों को याद दिलाना चाहता है कि वो भारत में खुद को सुरक्षित रखने के लिए वहां से हालात से परिचित रहें और दिशा निर्देशों का पालन करें।’ एडवाइजरी में चीनी नागरिकों को स्थानीय सुरक्षा हालात, आत्म सुरक्षा और सिक्युरिटी बढ़ाने को कहा गया है। साथ ही इन्हें भारत के कायदे कानून को पूरी तरह से मानने को कहा गया है। इसके अलावा इन्हें भारत के धार्मिक मान्यताओं और रीति रिवाजों का पालन करने की हिदायत दी गई है।
चीन ने बुधवार को कहा कि उसे उम्मीद है कि आगामी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन सभी पक्षों के ठोस प्रयासों के साथ सफल रहेगा। चीन के विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी इस सवाल के पूछे जाने पर दी कि भारत और चीन के बीच डोकलाम पर जारी तनाव के बीच क्या भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शियामेन में होने वाले इस तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे? विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, “चीन को विश्वास है कि सभी पार्टियों के ठोस प्रयासों के साथ शिखर सम्मेलन सफल रहेगा और ब्रिक्स संबंधों को नई ऊचाइयों पर पहुंचाएगा।” हुआ ने कहा, “शियामेन में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की तैयारियां जोरों पर है। आपने भारतीय सेना द्वारा अवैध घुसपैठ का उल्लेख किया है। हमारा रुख इस पर बिल्कुल स्पष्ट है।”