रॉयल एन्फील्ड पर सवार होकर इंडिया टूर निकले NSG कमांडोज, आतंकवाद पर दिया ये खास मैसेज
- खासतौर पर आतंकवाद को लेकर जब लोगों उनसे सवाल पूछना शुरू किया तो उन्होंने लोगों के सारे वहम को दूर करते हुए आतंकवाद पर मैसेज दिया। एनएसीजी कमांडो के काम की संवेदनशीलता के चलते उनके बारे में ज्यादा जानकारी मीडिया में नहीं आती। (फोटो सोर्स- यू-ट्यूब)
- देश के सबसे खतरनाक एनएसजी (NSG) कमांडो का निर्माण 16 अक्टूबर 1984 के किया गया था। एनएसजी कमांडो को ब्लैक कैट कमांडो कहकर भी पुकारा जाता है। भारत के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा और आतंकवादी हमलों से बचाव का जिम्मा देश के नेशनल सिक्योरिटी गॉर्ड (एनएसजी) का होता है। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- खासतौर पर आतंकवाद को लेकर जब लोगों उनसे सवाल पूछना शुरू किया तो उन्होंने लोगों के सारे वहम को दूर करते हुए आतंकवाद पर मैसेज दिया। एनएसीजी कमांडो के काम की संवेदनशीलता के चलते उनके बारे में ज्यादा जानकारी मीडिया में नहीं आती। (फोटो सोर्स- यू-ट्यूब)
- देश के सबसे खतरनाक एनएसजी (NSG) कमांडो का निर्माण 16 अक्टूबर 1984 के किया गया था। एनएसजी कमांडो को ब्लैक कैट कमांडो कहकर भी पुकारा जाता है। भारत के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा और आतंकवादी हमलों से बचाव का जिम्मा देश के नेशनल सिक्योरिटी गॉर्ड (एनएसजी) का होता है। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- एनएसजी कमांडो को हथियार के साथ और हथियार के बिना दोनों तरह से मुकाबले की ट्रेनिंग दी जाती है। 26 नवंबर 2008 को जब मुंबई के ताज होटल पर आतंकियों ने हमला किया था तब एनएसजी कमांडोज ने ही आतंकियों को मौत के घाट उतारा था। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- खासतौर पर आतंकवाद को लेकर जब लोगों उनसे सवाल पूछना शुरू किया तो उन्होंने लोगों के सारे वहम को दूर करते हुए आतंकवाद पर मैसेज दिया। एनएसीजी कमांडो के काम की संवेदनशीलता के चलते उनके बारे में ज्यादा जानकारी मीडिया में नहीं आती। (फोटो सोर्स- यू-ट्यूब)
- देश के सबसे खतरनाक एनएसजी (NSG) कमांडो का निर्माण 16 अक्टूबर 1984 के किया गया था। एनएसजी कमांडो को ब्लैक कैट कमांडो कहकर भी पुकारा जाता है। भारत के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा और आतंकवादी हमलों से बचाव का जिम्मा देश के नेशनल सिक्योरिटी गॉर्ड (एनएसजी) का होता है। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- एनएसजी कमांडो को हथियार के साथ और हथियार के बिना दोनों तरह से मुकाबले की ट्रेनिंग दी जाती है। 26 नवंबर 2008 को जब मुंबई के ताज होटल पर आतंकियों ने हमला किया था तब एनएसजी कमांडोज ने ही आतंकियों को मौत के घाट उतारा था। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- 4 दिन तक चले इस ऑपरेशन में आतंकियों ने होटल में 24 धमाके किए। वहीं 28 नवंबर को पूरे दिन आतंकियों और एनएसजी के बीच गोलीबारी होती रही। इस हमले में होटल में मौजूद 166 निर्दोष लोग मारे गए थे। हाल ही में एनएसजी के 33 साल पूरे हुए। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- खासतौर पर आतंकवाद को लेकर जब लोगों उनसे सवाल पूछना शुरू किया तो उन्होंने लोगों के सारे वहम को दूर करते हुए आतंकवाद पर मैसेज दिया। एनएसीजी कमांडो के काम की संवेदनशीलता के चलते उनके बारे में ज्यादा जानकारी मीडिया में नहीं आती। (फोटो सोर्स- यू-ट्यूब)
- देश के सबसे खतरनाक एनएसजी (NSG) कमांडो का निर्माण 16 अक्टूबर 1984 के किया गया था। एनएसजी कमांडो को ब्लैक कैट कमांडो कहकर भी पुकारा जाता है। भारत के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा और आतंकवादी हमलों से बचाव का जिम्मा देश के नेशनल सिक्योरिटी गॉर्ड (एनएसजी) का होता है। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- एनएसजी कमांडो को हथियार के साथ और हथियार के बिना दोनों तरह से मुकाबले की ट्रेनिंग दी जाती है। 26 नवंबर 2008 को जब मुंबई के ताज होटल पर आतंकियों ने हमला किया था तब एनएसजी कमांडोज ने ही आतंकियों को मौत के घाट उतारा था। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- 4 दिन तक चले इस ऑपरेशन में आतंकियों ने होटल में 24 धमाके किए। वहीं 28 नवंबर को पूरे दिन आतंकियों और एनएसजी के बीच गोलीबारी होती रही। इस हमले में होटल में मौजूद 166 निर्दोष लोग मारे गए थे। हाल ही में एनएसजी के 33 साल पूरे हुए। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- इसके बाद एनएसजी कमांडोज रॉयल एन्फील्ड क्लासिक 500 मोटरसाइकिल (Royal Enfield Stealth Classic 500 motorcycles) इंडिया टूर पर निकले थे। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- खासतौर पर आतंकवाद को लेकर जब लोगों उनसे सवाल पूछना शुरू किया तो उन्होंने लोगों के सारे वहम को दूर करते हुए आतंकवाद पर मैसेज दिया। एनएसीजी कमांडो के काम की संवेदनशीलता के चलते उनके बारे में ज्यादा जानकारी मीडिया में नहीं आती। (फोटो सोर्स- यू-ट्यूब)
- देश के सबसे खतरनाक एनएसजी (NSG) कमांडो का निर्माण 16 अक्टूबर 1984 के किया गया था। एनएसजी कमांडो को ब्लैक कैट कमांडो कहकर भी पुकारा जाता है। भारत के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा और आतंकवादी हमलों से बचाव का जिम्मा देश के नेशनल सिक्योरिटी गॉर्ड (एनएसजी) का होता है। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- एनएसजी कमांडो को हथियार के साथ और हथियार के बिना दोनों तरह से मुकाबले की ट्रेनिंग दी जाती है। 26 नवंबर 2008 को जब मुंबई के ताज होटल पर आतंकियों ने हमला किया था तब एनएसजी कमांडोज ने ही आतंकियों को मौत के घाट उतारा था। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- 4 दिन तक चले इस ऑपरेशन में आतंकियों ने होटल में 24 धमाके किए। वहीं 28 नवंबर को पूरे दिन आतंकियों और एनएसजी के बीच गोलीबारी होती रही। इस हमले में होटल में मौजूद 166 निर्दोष लोग मारे गए थे। हाल ही में एनएसजी के 33 साल पूरे हुए। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- इसके बाद एनएसजी कमांडोज रॉयल एन्फील्ड क्लासिक 500 मोटरसाइकिल (Royal Enfield Stealth Classic 500 motorcycles) इंडिया टूर पर निकले थे। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- 7 सितंबर से 16 अक्टूबर तक चलने वाले इस टूर में एनएसजी कमांडोज ने भारत के करीब 28 शहरों और जिलों का दौरा किया। लगभग 7000 किलोमीटर तक इन कमांडोज ने बाइक से सफर किया। (फोटो सोर्स- यू-ट्यूब)
- खासतौर पर आतंकवाद को लेकर जब लोगों उनसे सवाल पूछना शुरू किया तो उन्होंने लोगों के सारे वहम को दूर करते हुए आतंकवाद पर मैसेज दिया। एनएसीजी कमांडो के काम की संवेदनशीलता के चलते उनके बारे में ज्यादा जानकारी मीडिया में नहीं आती। (फोटो सोर्स- यू-ट्यूब)
- देश के सबसे खतरनाक एनएसजी (NSG) कमांडो का निर्माण 16 अक्टूबर 1984 के किया गया था। एनएसजी कमांडो को ब्लैक कैट कमांडो कहकर भी पुकारा जाता है। भारत के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा और आतंकवादी हमलों से बचाव का जिम्मा देश के नेशनल सिक्योरिटी गॉर्ड (एनएसजी) का होता है। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- एनएसजी कमांडो को हथियार के साथ और हथियार के बिना दोनों तरह से मुकाबले की ट्रेनिंग दी जाती है। 26 नवंबर 2008 को जब मुंबई के ताज होटल पर आतंकियों ने हमला किया था तब एनएसजी कमांडोज ने ही आतंकियों को मौत के घाट उतारा था। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- 4 दिन तक चले इस ऑपरेशन में आतंकियों ने होटल में 24 धमाके किए। वहीं 28 नवंबर को पूरे दिन आतंकियों और एनएसजी के बीच गोलीबारी होती रही। इस हमले में होटल में मौजूद 166 निर्दोष लोग मारे गए थे। हाल ही में एनएसजी के 33 साल पूरे हुए। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- इसके बाद एनएसजी कमांडोज रॉयल एन्फील्ड क्लासिक 500 मोटरसाइकिल (Royal Enfield Stealth Classic 500 motorcycles) इंडिया टूर पर निकले थे। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
- 7 सितंबर से 16 अक्टूबर तक चलने वाले इस टूर में एनएसजी कमांडोज ने भारत के करीब 28 शहरों और जिलों का दौरा किया। लगभग 7000 किलोमीटर तक इन कमांडोज ने बाइक से सफर किया। (फोटो सोर्स- यू-ट्यूब)
- गांधी नगर, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता जैसे शहरों में जाकर इन कंमाडोज ने अपने काम का अनुभव लोगों के साथ साझा किया। (फोटो सोर्स- यू-ट्यूब)