केरल में सीपीएम नेता का बयान- अगर बीजेपी वाले मेरी आंखें निकालें तो अस्पताल को दे दें
केरल में आरएसएस और भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमलों पर भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडे ने अभी कुछ दिनों पहले कहा था कि अगर हमारे कार्यकर्ताओं के साथ इस तरह बार-बार हमले हुए तो हम घर में घुसकर आंख निकाल लेंगे। बीजेपी की तरफ से इस बयान पर केरल के पूर्व गृह मंत्री और सीपीआई(एम) के प्रदेश महासचिव कोडियेरी बालाकृष्णन ने जवाब दिया है। कोडियेरी बालाकृष्णन ने बीजेपी की तरफ से आंख निकालने वाले बयान की चुटकी लेते हुए कहा है कि मैंने अपनी आंखें दान कर रखी हैं, फिर भी अगर बीजेपी वाले मेरी आंखें निकालते हैं तो उसे अस्पताल को जरूर सौंप दें। सीपीएम नेता ने ये बातें अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए कही हैं।
केरल में लगातार हो रही संघ और बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ पार्टी आलाकमान ने केरल की वामपंथी सरकार के खिलाफ पिछले सप्ताह जनरक्षा यात्रा की थी। इसी यात्रा के विषय में बोलते हुए सरोज पांडे ने कहा था कि ‘हमने मार्च की शुरुआत इसलिए की है क्योंकि आने वाले समय में अगर बार-बार हमारे कार्यकर्ताओं के साथ इस तरह से आंख दिखाने की स्थिति होगी तो हम घर में घुसकर आंख निकाल लेंगे और यह तय है।’
बीजेपी नेताओं के अनुसार अकेले केरल के मुख्यमंत्री के क्षेत्र में ही 84 संघ-बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। बीजेपी की दलील है कि, ‘केरल में बीजेपी को 15 फीसदी वोट मिले थे। राज्य में तेजी से बीजेपी के पैर मजबूत हो रहे हैं, लिहाजा वामपंथी सरकार बौखला गई है।’