भाजपाइयों ने चौकी प्रभारी और सिपाही को पीटा

कुठौंद के शंकरपुर गांव से निकल रहे मौरंग से लदे ओवर लोड ट्रकों को निकालने को लेकर गुरुवार देर रात भाजपा नेता लारा कथित तौर पर चौकी प्रभारी व सिपाही को बुुरी तरह से मारपीटने का मामला प्रकाश में आया है। भाजपा नेता व उनके गुर्गों की इस दबंगई को लेकर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। हालांकि मामले से पुलिस के छोटे, बडे़ अधिकारियों को अवगत कराने के बाद तीन भाजपा नेता को पकड़ लिया गया है। पुलिस का कहना है कि भाजपा नेता के गुर्गों की तलाश की जा रही है। वहीं, पुलिस पार्टी पर हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

कुठौंद एसओ प्रमोेद कुमार ने बताया कि गुरुवार देर रात सूचना मिली कि शंकरपुर गांव से मौरंग से लदे ओवरलोड ट्रक निकल रहे हैं। जानकारी मिलने के बाद हरकत में आए चौकी प्रभारी कमल प्रताप सिंंह व सिपाही अजीत भदौरिया मौके पर पहुंचे और बालू से लदे निकल रहे ट्रकों को रोकने का प्रयास किया। आरोप है कि इसी दौरान भाजपा नेता विशाल शुक्ला, विशाल के भाई चंद्रभूषण शुक्ला, चंंदन तिवारी निवासी गण औरैया आ गए और उन्होंने चौकी प्रभारी व सिपाही को मौरंग से लदे ट्रकों को रोकने से मना किया। इस पर प्रभारी व सिपाही ने भाजपा नेताओं का विरोध किया। ये भाजपा नेताओं को नागवार गुजरा और उन्होंने चौकी प्रभारी व उसके साथ सिपाही के साथ गाली गलौज के साथ मारपीट शुरू कर दी। भाजपा नेताओं को हमलावर होता देख किसी तरह सिपाही व चौकी प्रभारी ने वायरलेस से सूचना दी, तब तक पुलिस पहुंची, इसके पहले भाजपा नेता अपने साथियों संग वहां से भाग निकले। पुलिस ने भाजपा नेता की एक सफारी को भी सीज कर दिया है।
मारपीट से चोली दामन का साथ है कुठौंद पुलिस का
कुठौंद व शंकरपुर चौकी पुलिस का विवादों से पुराना नाता रहा है। पहले भी दोनों पुलिस पर हमला हो चुका हैंं। जानकारों की मानें तो अभी तक जितने भी विवाद हुए हैं, उन सभी में मौरंग से लदे ट्रकों को जोड़कर देखा जा रहा है। इसी के साथ पहले भी भी कुठौंद पुलिस के साथ आधा दर्जन मारपीट की घटनाएं हो चुकी हैं। बावली में तीन साल पहले ग्रामीणों ने पुलिस संग मारपीट की थी। इसके बाद मदारीपुर में, मिहौना, एक साल पूर्व दौलतपुर व हदरुख गांव में भी पुलिस पिटी है। कुछ समय पहले ऐको में भी पुलिस के साथ मारपीट की घटना हो चुकी है।
घनघनाते रहे भाजपाइयों के फोन
शासन की मंशा को पलीता लगा रहे भाजपा नेताओं की दबंगई रुकने का नाम नहीं ले रही है। औरैया से जनपद जालौन में बालू से लदे ट्रकों को निकालने के मामले में हुई पुलिस के साथ मारपीट को लेकर पकडेÞ गए भाजपाइयों को छुड़ाने के लिए जनपद जालौन के साथ साथ पड़ोसी जनपद औरैया के भी भाजपाई पहुंच गए और जनप्रतिनिधियों ने भी फोन घनघनाए, पर पुलिस ने किसी की एक न सुनी।
पहले भी हो चुका इन भाजपाइयों का कुठौंद एसओ से विवाद
बीते कुछ दिन पूर्व मौरंग से लदे ट्रकों को पकड़ने के लिए कुठौंद एसओ प्रमोद कुमार औरैया जनपद पहुंच गए थे। यहां पर मौरंग माफियाओं ने एसओ को घेर लिया था। इनका वीडियो भी बनाई थी। जीप की गाड़ी भी खींच ली थी। मामले को संज्ञान में लेकर सीओ औरैया ने बीच बचाव किया था। यह वही लोग थे, जो आज मारपीट क ेमामले में पकडे़ गए।
बैरियर तोड़ कर निकल रहे थे ट्रक
ओवरलोड ट्रकों को रोकने व अवैध खनन पर रोक लगाने को लेकर शंकरपुर चौकी के पास पुलिस ने बैरियर लगा रखा था। इसी दौरान भाजपा नेता अपनी हूटर लगी सफारी से आ धमके, उनके पीछे बालू लदे ट्रक थे। भाजपा नेता के इशारे पर बालू से लदे ट्रक चालकों ने बैरियर को तोड़ डाला और निकल गए।

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