देवबंद, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के पासपोर्ट धारकों की जांच करेगी यूपी पुलिस, जानिए क्यों
उत्तर प्रदेश पुलिस जल्द ही देवबंद, उसके आसपास के क्षेत्र और सहारनपुर व मुजफ्फरनगर के हजारों पासपोर्ट धारकों के पेपर्स वेरिफाई करेगी। पुलिस ने हाल ही में दो संदिग्ध बांग्लादेशी आतंकियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने देवबंद के पते पर भारतीय पासपोर्ट बनवाया हुआ था। इनकी गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलाधिकारियों से राज्य में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ एक्शन लेने को कहा है। जिन अधिकारियों ने इन बांग्लादेशी नागरिकों को आईडी कार्ड दिलाने में मदद की उनके खिलाफ भी कार्रवाई करने को कहा गया है। सहारनपुर के डीआईजी केएस इमैन्युअल ने टाइम्स अॉफ इंडिया को बताया कि, यह सिर्फ देवबंद या किसी खास समुदाय के लिए नहीं है। मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के पासपोर्ट धारकों की भी वेरिफिकेशन होगी।
उन्होंने कहा कि हमें सूचना मिली है कि कुछ आतंकी मॉड्यूल इस इलाके में छिपे हो सकते हैं। इमैन्युअल ने कहा कि पहले भी शहर में कई बार संदिग्ध लोग मिले हैं। उन्होंने कहा कि जिन संदिग्ध बांग्लादेशी आतंकवादियों को मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार किया गया है, उनका पासपोर्ट सहारनपुर में बना है। उन्होंने कहा कि एहतियात के तौर पर हम पूछताछ की प्रणाली को दुरुस्त करते हुए क्षेत्र के सभी धारकों के पासपोर्ट वेरिफाई करेंगे। उन्होंने कहा, जब बात सुरक्षा की है तो हम किसी तरह का चांस नहीं लेंगे।
गौरतलब है कि इसी साल अगस्त में बांग्लादेशी नागरिक अब्दुल्ला अल-मेमन को मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार किया गया था। मेमन प्रतिबंधित आतंकी संगठन अंसराउल्ला बांग्ला टीम (एबीटी) का सदस्य माना जाता है। वह कई साल देवबंद में रह रहा था। इसके बाद पुलिस ने इलाके से कई अन्यों को भी गिरफ्तार किया था। अक्टूबर 2017 में यूपी एटीएस ने उन इलाकों को अलर्ट कर दिया था, जहां फरार फैजान अहमद छिपा हो सकता है। वह आतंकी संगठनों के लिए नियुक्ति का काम करता था। उस पर युवाओं को आतंकी गतिविधियों में शामिल करने का भी आरोप था। यूपी एटीएस ने मेमन की गिरफ्तारी के बाद फैजान के सहारनपुर स्थित आवास से आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का साहित्य बरामद किया था।