गन्ना मूल्य में दस रुपए की बढ़ोतरी से नाखुश किसान
जिले के गन्ना किसानों ने राज्य सरकार के जरिए दस रुपए की बढ़ोतरी पर नाखुशी जताई है। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से जुड़े भारतीय किसान संघ ने दस रुपए की बढ़ोतरी को नाकाफी बताया है। किसान संघ के प्रदेश संयोजक श्यामवीर त्यागी और महामंत्री हरवीर सिंह ने कहा कि राज्य सरकार को कम से कम 350 रुपए का भाव घोषित करना चाहिए था। किसान संघ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से 350 रुपए गन्ना मूल्य घोषित किए जाने की मांग की थी। जिसकी पूरी तरह से अनदेखी की गई है।
गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने गन्ना मूल्य 315 और 325 रुपए घोषित किए जाने को ठीक बताते हुए कहा की उन्होंने गन्ना ढुलाई भाड़ा कम किया है। उन्होंने यह भी कहा की किसानों को 1060 करोड़ रुपए का अतिरिक्त लाभ होगा। भारतीय किसान यूनियन के प्रांतीय उपाध्यक्ष चौधरी विनय कुमार और किसान नेता भगत सिंह वर्मा ने कहा कि सरकार लारा घोषित गन्ना मूल्य तो लागत से भी कम है। उन्होंने कहा की गन्ना मूल्य 500 रुपए होना चाहिए था।
सपा नेता चौधरी रूद्र सैन ने कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी है। प्रदेश गन्ना संघ के पूर्व चेयरमैन चौधरी राजपाल सिंह ने कहा कि गन्ने की फसल की लागत बढ़ी है। उस अनुपात में गन्ना मूल्य नहीं बढ़ाया गया है। कुलवीर राणा, सतपाल मुखिया, धर्मवीर त्यागी, राजकुमार त्यागी, और राजपाल सिंह गुज्जर ने भी 10 रुपए बढ़ोतरी पर नाराजगी जताई है।