गुजरात चुनाव: बीजेपी का टिकट पाने के लिए मुसलमानों में लगी होड़
गुजरात विधानसभा के लिए दिसंबर में चुनाव होने वाले हैं। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी इस बार भी मुस्लिमों को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रही है। 2011 में हुए जब मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी इमेज बदलते हुए सद्भावना मिशन लॉन्च किया था, तो बड़ी संख्या में मुसलमान भाजपा के साथ जुड़े। हालांकि 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने किसी भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया। वह भी तब जब 2010 के स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा ने मुस्लिमों को टिकट दिया था और उनमें से कई ने चुनाव जीता भी। भाजपा ने 1980 के बाद से सिर्फ एक बार 1998 में एक मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया है, उसके अलावा कभी इस समुदाय का उम्मीदवार नहीं उतारा। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस बार कई मुस्लिम नेताओं ने भाजपा का टिकट पाने की जुगत लगाई है। भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा ने भी आगामी चुनाव में कई सीटें मांगी हैं। मोर्चा प्रमुख महबूब अली चिश्ती के मुताबिक 2015 में नगरीय निकाय चुनाव में करीब 350 मुसलमान उम्मीदवार जीते। कुछ क्षेत्रों में मुस्लिम उम्मीदवार जीत सकते हैं।
चिश्ती ने कहा, ”संसदीय बोर्ड की हालिया बैठक में, मुस्लिम समाज के कई नेताओं ने पार्टी टिकट की मांग की है। जमालपुर-खड़िया, वेजलपुर, वागरा, वांकानेर, भुज और अब्दसा सीट के लिए टिकट की मांग की गई है।” टीओआई रिपोर्ट के अनुसार, जमालपुर-खड़िया में 61 फीसदी मुस्लिम मतदाता है, यहां से बिल्डर उस्मान घांची भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। वह पिछले 10 साल से भाजपा से जुड़े हुए हैं। उनकी दरख्वास्त पर पांच मौलवियों के दस्तखत भी हैं जिन्होंने उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है।
गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 19 जिलों के 89 विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन भरने की शुरुआत 14 नवंबर से होगी और इसकी अंतिम तिथि 21 नवंबर होगी। नामांकन की जांच उसके अगले दिन होगी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 24 नवंबर होगी।
वहीं दूसरे चरण में 14 जिलों के 93 विधानसभा क्षेत्रों में 20 नवंबर से नामांकन भरे जा सकेंगे और नामांकन भरने की अंतिम तिथि 27 नवंबर है। नामांकन की जांच अगले दिन होगी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 30 नवंबर निर्धारित की गई है।