अंडरग्राउंड कमरे में चल रही थी हथियार फैक्ट्री, पुलिस ने दी दबिश तो नदी में कूद कर भागे
भागलपुर पुलिस ने मंगलवार को तमंचे बनाने के अवैध मिनी कारखाने का पता लगाया है। इसके साथ ही 46 अर्द्धनिर्मित पिस्तौल और इनके बनाने के सामान के साथ छह कारीगर को दाबोचा गया है। एसएसपी मनोज कुमार ने मंगलवार रात 10 बजे प्रेसवार्ता बुलाकर यह जानकारी दी। भागलपुर जिले में इस तरह के कारखाने का खुलासा करने को पुलिस ने बड़ी कामयाबी बताया है। उन्होंने बताया कि जिले के थाना अकबरनगर इलाके के कोदरा भिट्ठा गांव में यह अवैध कारखाना बीते पांच महीने से चल रहा था। यह गांव गंगा नदी के किनारे है।
यह धंधा जमीन के नीचे बने (अंडरग्राउंड) कमरे में चलने की वजह से गांव के लोगों को भी इसका अंदाजा नहीं लग सका था। मंगलवार को गुप्त सूचना के आधार पर डीएसपी राजेश कुमार के नेतृत्व में इलाके की घेराबंदी कर पुलिस ने धावा बोल दिया और कमरे में काम कर रहे लोगों को रंगेहाथों दबोच लिया। गिरफ्तार किए गए मो.शोएब, मो. औरंगजेब, मो.मुबारक, मो. सरफराज, मो. शौकत और मो.डब्लू मुंगेर बरदे गांव के रहने वाले हैं। बरदे गांव अवैध हथियार बनाने वाले कारीगरों का गढ़ माना जाता है। इनके पास से एक देसी पिस्तौल, 46 अर्द्धनिर्मित पिस्तौल, 95 अर्द्धनिर्मित मैगजीन, 47 बैरल, 9 स्लाइडर समेत भारी मात्रा में इन्हें बनाने के औजार बरामद किए हैं।
एसएसपी के मुताबिक, पुलिस की घेराबंदी देख कुछ अपराधी किस्म के लोग गंगा नदी में कूदकर भागने में सफल हो गए। ये गंगा नदी से लगी एक नाव पर सवार थे। उन्होंने कहा कि नाव का इस्तेमाल वे हथियारों की सप्लाई के करने लिए करते थे। इन कारीगरों से गहन पूछताछ की जा रही है। इनका नक्सली कनेक्शन होने की आशंका भी जताई जा रही है। जिस जमीन पर यह अवैध कारखाना चल रहा, उसका मालिक गंगापार नवगछिया के बिहपुर का रहने वाला बताया जा रहा है। पुलिस गिरफ्तार इस इलाके में छापेमारी कर रही है।