यूपी: आप का प्रचार कर रहीं विधायक अलका लांबा को मारा पत्थर, इलाज करा कर लौटीं दिल्ली
दिल्ली के चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी की विधयाक अलका लांबा को मंगलवार (31 अक्टूबर) को एक अज्ञात व्यक्ति ने पत्थर मार कर घायल कर दिया। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार लांबा उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक चुनावी रैली में हिस्सा ले रही थीं तभी किसी ने एक कागज में लपेटकर पत्थर फेंका जिससे विधायक लांबा घायल हो गईं। लांबा यूपी के नगरपालिका और नगर परिषद चुनाव में लड़ रहे पार्टी उम्मीदवारों का प्रचार करने गई थीं। घटना के बाद लांबा स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराने के बाद दिल्ली रवाना हो गईं। टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार इस मामले में पुलिस में शिकायत नहीं दर्ज करायी गयी है।
लांबा ने टीओआई को बताया कि घटना रात करीब 9.45 बजे की है। वो बिजनौर के नेहतौर इलाके में प्रचार कर रही थीं। जब वो मंच से नीचे उतर रही थीं तो अचानक कोई चीज उनके सिर से टकराई। बाद में पता चला कि वो कागज में लिपाट हुआ पत्थर था। पार्टी कार्यकर्ताओं ने तत्काल लांबा को सुरक्षित रूप से कार तक ले गये और वो प्राथमिक उपचार के बाद दिल्ली के लिए निकल गईं। लांबा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने उनके कार्यक्रम के दौरान किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं की थी। वहीं पुलिस ने कहा है कि उन्हें इस बारे में कोई शिकायत नहीं मिली है।
उत्तर प्रदेश के नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत के चुनाव तीन चरणों में होंगे। 27 अक्टूबर को राज्य चुनाव आयोग ने स्थानीय निकायों के चुनाव की घोषणा की। चुनाव के लिए मतदान 22 नवंबर, 26 नवंबर और 29 नवंबर को होगा। वोटों की गिनती एक दिसंबर को होगी। इन चुनाव में करीब 3.32 करोड़ मतदाता वोट देंगे। यूपी में 16 नगर निगमों, 198 नगर परिषदों और 438 नगर पंचायतों के लिए चुनाव होंगे।
राज्य चुनाव आयोग ने मेयर चुनाव की खर्च की सीमा पिछले 20 लाख कर दी है। जिन नगरपालिकाओं में 80 या उससे ज्यादा वार्ड हैं उनमें मेर के लिए खर्च की सीमा 25 लाख रुपये है। पहले मेयर उम्मीदवार 12.50 लाख रुपये की प्रचार अभियान में खर्च कर सकते थे। नगर परिषद के लिए खर्च की सीमा चेयरमैन पद के लिए आठ लाख रुपये और सदस्यों के लिए छह लाख रुपये रखी गयी है। नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए खर्च की सीमा 1.5 लाख रुपये और सदस्यों के लिए 30 हजार रुपये रखी गयी है।