कश्मीर के आतंकियों के पास अमेरिकी हथियार! जांच में जुटीं सुरक्षा एजेंसियां
अमेरिका में बनी एआर-15 एम4 राइफल लिए हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। उन्होंने इसकी जांच भी शुरू कर दी है। खुफिया विभाग के एक अफसर ने कहा कि पहली नजर में यह फोटोशॉप से तैयार की गई तस्वीर नजर आती है, लेकिन फिर भी हम मामले की जांच कर रहे हैं। यह पहली बार है, जब कश्मीर में किसी आतंकी की एआर-15 एम4 राइफल लिए तस्वीर सामने आई है। इसका अमेरिकी सेना ने इराक और अफगानिस्तान युद्ध में इस्तेमाल किया था। कश्मीर में सक्रिय आतंकी ज्यादातर एके राइफल्स इस्तेमाल करते हैं, जो चीन या रूस में बनी होती हैं।
टाइम्स नाउ ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से लिखा कि घाटी में हिजबुल आतंकियों के पास अमेरिकी राइफल मिलना हैरानी की बात नहीं है, क्योंकि पाकिस्तान के संघीय प्रशासित आदिवासी इलाकों में सभी तरह के हथियार मिलते हैं। अधिकारी ने कहा, आप वहां से राइफल खरीद सकते हैं, इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। हम फिलहाल आतंकियों पर शिकंजा कस रहे हैं और आगे भी इसे जारी रखेंगे। हथियारों में बदलाव से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
दूसरी ओर दक्षिणी कश्मीर के शोपियां में बीजेपी के युवा नेता गौहर अहमद भट की आतंकियों ने गुरुवार को हत्या कर दी। उनकी उम्र महज 25 साल थी। एक पुलिस अफसर ने बताया कि भट्ट को शोपियां स्थित उनके घर से शाम करीब 6 बजे अगवा किया गया था। उनका गला कटा शव बाद में पास के गांव से बरामद किया गया। हत्या की पुष्टि करते हुए दक्षिणी कश्मीर के डीआईजी एसपी पानी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि मामले की जांच की जा रही है। बीजेपी के जनरल सेक्रेटरी राम माधव ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि आतंक के खिलाफ लड़ाई के कारण गला कटा शव बरामद हुआ है। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। उनका बलिदान हमारे संकल्प को और दृढ़ बनाएगा।