काशी विद्यापीठ में ABVP की करारी हार, नहीं मिली एक भी सीट, अध्यक्ष पद पर सपा बागी नेता ने मारी बाजी
उत्तर प्रदेश में भले ही बीजेपी ने सत्ता हासिल की हो लेकिन काशी विद्यापीठ में हुए छात्र संघ के चुनावों में एबीवीपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। नगर निगम के चुनावों से पहले काशी विद्यापीठ में मिली करारी शिकस्त से बीजेपी को जोरदार झटका लगा है। इन चुनावों में अध्यक्ष पद पर सपा छात्र संघ से बागी हुए नेता राहुल दुबे ने 2,365 वोटों के साथ जीत हासिल की। राहुल ने एबीवीपी के वाल्मिकी उपाध्याय को बहुत ही कम वोटों के मार्जिन से हराया है। उपाध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने वाले रोशन कुमार ने समाजवादी और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की।
वहीं महामंत्री पद पर अनिल यादव ने जीत हासिल की, जिन्होंने सपा छात्र संघ से किनारा करते हुए निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ा था। इनके अलावा चौथी सीट सपा-भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के साझा उम्मीदवार रवि प्रताप सिंह ने जीती। हालांकि एबीवीपी वोटों में काफी पास रही लेकिन किसी को भी एक सीट हासिल नहीं हो पाई। इन चुनावों में मिली करारी हार के बाद लगता है कि बीजेपी का मनोबल टूट सकता है क्योंकि काशी विद्यापीठ से पहले इलाहाबाद विश्वविद्यालय, जेएनयू और दिल्ली विश्वविद्यालय में भी एबीवीपी को हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के बाद ऐसा लगता है कि छात्रों में एबीवीपी का प्रभाव कम होता जा रहा है।
फिलहाल सबकी नजर आगामी नगर निगम चुनावों पर टिकी हुई है। यह देखना बहुत ही दिलचस्प होगा कि राज्य में सत्ता हासिल करने वाली बीजेपी नगर निगम चुनावों में भी अपना परचम लहरा पाती है या नहीं। वहीं अन्य पार्टियों ने भी निकाय चुनावों को गंभीरता से लेते हुए कमर कस ली है। विपक्षी पार्टियां इन चुनावों में किसी भी हाल में बीजेपी को जीत हासिल न करने देने की योजना बनाने में जुटी हुई हैं।