प्रदूषण बढ़ने के लिए पाकिस्तान ने भारत पर मढ़ा आरोप, पढ़ें क्या है मामला
पाकिस्तान ने भारत की सीमा से सटे इलाकों में बढ़ते प्रदूषण के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है। पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक भारत के ताप विद्युत संयंत्रों से निकलने वाले धुआं और भारतीय राज्यों में फसलों को जलाने से होने वाले धुआं की वजह से निकटवर्ती पंजाब और सिंध प्रांतों में प्रदूषण की मात्रा में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी हुई है। पाकिस्तानी अखबार ‘द डॉन’ के मुताबिक पाकिस्तान पंजाब के दक्षिणी और मध्य इलाकों में स्थिति भयावह है और खतरे की घंटी बजाने वाली है। पाक अधिकारियों के मुताबिक इस बढ़ते प्रदूषण में भारत के अलावा पाकिस्तान के साहीवाल क्षेत्र के ताप विद्युत संयंत्रों का भी योगदान है।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक लाहौर के अलावा पंजाब प्रांत के अलग-अलग शहरों में लोग प्रदूषण से बेहाल हैं और उनमें सांस संबंधी तकलीफें पिछले तीन-चार दिनों से बढ़ गई हैं। सरकारी अधिकारी हालात पर काबू पाने के लिए कोशिशों में जुटे हुए हैं। बता दें कि पिछले साल भी नवंबर में इसी तरह की समस्या सामने आई थी, जब भारत के पंजाब-हरियाणा से लेकर पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांत तक कोहरे और धुंध की परत आसमान में छा गई थी।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने दावा किया है कि स्पेस एंड अपर एटमोस्फेयर रिसर्च कमीशन ने सैटेलाइट से प्राप्त तस्वीरों के जरिए खुलासा किया है कि पिछले 24 घंटों में भारत के समीपवर्ती पंजाब राज्य में 2,620 जगहों पर आग लगाने की घटना दर्ज हुई है जबकि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सिर्फ 27 घटनाएं कैद हुई हैं।
पाकिस्तान के पर्यावरण संरक्षण विभाग के मुताबिक भारत के पंजाब और राजस्थान में कोयला आधारित 13 पावर प्लांट चल रहे हैं जिसकी वजह से धुआं की परत पाकिस्तान के बहावलपुर, मुल्तान, ओकारा, पकपट्टन, चिनियोट और फैसलाबाद के क्षेत्र में फैली हुई है। पाकिस्तान के मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मजबूत पछुआ हवाएं और बारिश ही इस विपरीत परिस्थिति से छुटकारा दिला सकती है।