तिहाड़ में बंद अल कायदा संदिग्ध की शिकायत- जेल अफसरों ने नंगा कर छुए मेरे अंग, कोर्ट ने मांगा जवाब
दिल्ली की एक अदालत ने तिहाड़ जेल के आला अधिकारियों से उस मामले में जवाब देने को कहा है जिसमें जेल में बंद एक कैदी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पीड़ित शख्स की पहचान शमीउन रहमान के रूप में की है। आरोप है कि रहमान कथित तौर पर अलकायदा के लिए आतंकियों की भर्ती करता था। कथित आतंकी रहमान (27) ब्रिटिश मूल का बांग्लादेशी नागरिक है। जिसे इस साल सितंबर में रोहिंग्या मुस्लिमों को अलकायदा की तरफ आकर्षित करने और लोगों को संगठन में शामिल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सिद्धार्थ शर्मा के समक्ष दायर याचिका में उसने कहा है कि तिहाड़ जेल के अधिकारियों उसका यौन शोषण करते हैं। साथ ही जेल के अधिकारियों पर अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगाया है। शिकायत में रहमान ने कहा, ‘पांच सुरक्षाकर्मी मेरी तलाशी लेने आए, उन्होंने मेरे शरीर को अनुचित रूप से छुआ। उसके बाद उन्होंने मेरे कपड़े उतारने को कहा। इस दौरान जान-बूझकर मेरा यौन उत्पीड़न किया गया।
मामले में कोर्ट ने जेल अधिकारियों से आठ नवंबर तक जवाब देने के लिए कहा है। कहा जा रहा है कि आरोपी को जेल में सबसे जोखिम वाले वार्ड नंबर-1 में रखा गया है। वहीं कथित आतंकी रहमान के वकील एमएस खान ने कहा कि आरोपी को पहले ही अलग रखा गया है। जेल अधिकारियों का कहना है कि अन्य कैदियों को जेल में बंद किए जाने के बाद ही रहमान निर्दिष्ठ गलियारों में घूम सकता है। इसका मतलब है कि अभियुक्त जेल में अन्य कैदियों से भी मिल नहीं सकता। तब उसे नग्न करने की आश्वयका ही क्यों पड़ी? ब्रिटिश दूतावास के अनुसार उसे ब्रिटिश काउंसलर पहुंच से दूर कर दिया गया है।