सीरिया के अजोर में कार बम धमाका, 75 लोगों की गई जान
एक निगरानी समूह ने रविवार को कहा कि सीरिया के पूर्वी प्रांत देर अजोर में इस्लामिक स्टेट (आईएस) की ओर से किए गए कार बम हमले में कम से कम 75 लोग मारे गए । पूर्वी प्रांत में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच चल रही लड़ाई के कारण विस्थापित हुए लोग इस हमले के शिकार बताए जा रहे हैं। ‘सीरियन आॅब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ के प्रमुख रामी अब्देल रहमान ने कहा कि देर अजोर में शनिवार को हुए हमले में बच्चों सहित कम से कम 75 विस्थापित लोग मारे गए और 140 जख्मी हो गए।
रहमान ने कहा कि पीड़ित प्रांत में चल रही उस लड़ाई से बचकर निकले थे, जिसमें सीरियाई सरकार के सुरक्षा बल और अमेरिका सर्मिथत कुर्दिश अरब गठबंधन, सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज, चरमपंथी संगठन से लड़ रहे हैं। युद्ध की निगरानी करने वाली ब्रिटेन की इस संस्था ने शनिवार को खबर दी थी कि दर्जनों लोग इस धमाके में मारे गए। देर अजोर प्रांत में चल रही लड़ाई के कारण हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।
यह हमला ऐसे समय में किया गया जब शनिवार को सीरियाई और सहयोगी बलों की सीमावर्ती शहर अल्बु कमाल में आईएस के आतंकियों से लड़ाई हुई। एक दिन पहले ही रूस सर्मिथत बलों ने प्रांतीय राजधानी देर अजोर को पूरी तरह अपने कब्जे में ले लिया था। देर अजोर वह अंतिम सीरियाई शहर है जहां अब तक आईएस की मौजूदगी है। सीरिया में पिछले काफी समय अस्थिरता चल रही है। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता प्रमुख ने हाल में कहा था कि सीरिया में एक करोड़ 30 लाख से ज्यादा लोगों को अभी भी मानवीय सहायता की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा था कि इनमें से लगभग आधे लोग, जो घर बार छोड़ कर भाग चुके हैं और भोजन, स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य मूलभूत आवश्यकताओं से वंचित हैं, उन्हें इन सहायताओं की बेहद आवश्यकता है। मार्क लोकोक ने सुरक्षा परिषद को बताया था कि देश के भीतर ही लंबे समय से विस्थापित चल रहे सीरियाई लोग की संख्या 63 लाख से घटकर 61 लााख रह गई है। उन्होंने कहा कि नए विस्थापितों का स्तर अब भी अधिक बना हुआ है।