कश्मीर: पुलवामा में आतंकी हमला, आठ सुरक्षाकर्मी शहीद
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादियों ने शनिवार तड़के पुलिस परिसर पर हमला किया, जिसके बाद आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इसमें दो आतंकवादियों को मार गिराया गया जबकि सीआरपीएफ के चार जवानों सहित आठ सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और पुलवामा मुठभेड़ में मारे गए जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। पुलिस, सीआरपीएफ और सेना के जवानों ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और वहां रह रहे पुलिसकर्मियों के परिवारों को वहां से निकाला ताकि बंधक बनाए जाने की स्थिति पैदा नहीं हो। लेकिन दो विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) अब भी लापता हैं। उनके उसी इमारत में फंसे होने का अंदेशा है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों ने दोपहर तक तीन में से एक आतंकवादी को मार गिराया जबकि एक अन्य आतंकवादी का शव शाम पांच बजे के बाद बरामद किया जा सका। उन्होंने कहा कि जल्द ही तीसरे शव को बरामद कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आतंकवादी पुलिस परिसर के सभी तीनों परिसर में घुस गए।
श्रीनगर स्थित चिनार कोर के जनरल आफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल जेएस संधू ने संवाददाताओं से यहां कहा कि तड़के आतंकवादी पुलवामा के जिला पुलिस लाइन में प्रवेश करने के बाद पारिवारिक क्वार्टर में घुस गए। वहां कई परिवार रहते हैं। संधू ने कहा कि यह फिदायीन हमला है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी की तत्काल पहचान नहीं हो सकी है। मारे गए जवानों में से चार सीआरपीएफ के हैं। एक सिपाही जम्मू-कश्मीर पुलिस का है और तीन राज्य पुलिस के साथ काम करने वाले विशेष पुलिस अधिकारी हैं। सीआरपीएफ के चार जवानों में से दो अभियान के बिल्कुल अंत में शहीद हुए, जब वे आतंकवादियों के लगाए गए विस्फोटक उपकरणों को निष्क्रिय कर रहे थे।
पुलिस महानिदेशक एसपी वैद्य ने कहा कि सुरक्षा बलों के लिए यह खराब दिन था जिन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि जवानों ने बहादुरी से उनका सामना किया और हम पूरे राज्य से आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान एक आतंकवादी इमारत से बाहर आया और अंधाधुंध गोलीबारी करने लगा। उसे मौके पर ही मार गिराया गया। अधिकारियों ने एहतियात के तौर पर जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया है।इसी बीच, गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। बैठक में पुलवामा मुठभेड़ की समीक्षा की गई। गृह मंत्रालय ने कहा कि पुलवामा जिले में दो विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) उस इमारत में फंसे हुए हैं जहां आतंकवादियों ने तड़के हमला किया। गृह मंत्री ने आशा व्यक्त की कि दोनों विशेष पुलिस अधिकारियों को जल्द ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि और अन्य अधिकारी शामिल हुए। गृह मंत्री सिंह ने पुलवामा मुठभेड़ में मृतक जवानों की मौत पर दुख व्यक्त किया और शहीद जवानों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।