रिमोट कंट्रोल्ड होगा राजधानी व शताब्दी ट्रेनों का टॉयलेट
रेलवे विभाग 13 शताब्दियों और 11 राजधानी ट्रेनों में बदलाव करने जा रहा है। इसमें टॉयलेट बिना किसी रिमोट के नहीं खुलेगा। इसके अलावा वाईफाई सहित कई अत्याधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी। सबसे पहले ऐंटी डस्ट कोटिंग की गई है। जिस कारण कुछ लिख पाना भी संभव नहीं होगा। इसके अलावा रिमोट के जरिए टॉयलेट बंद रहेगा। जब तक ट्रेन नहीं चलेगी टॉयलेट नहीं खुलेगा। इसके अलावा टॉयलेट में नई मैट लगाई है। इनमें रूम फ्रेशनर्स भी होगा। वहीं सीट पर हेड कवर दिए जाएंगे। सामान रखने वाली जगह पर नई कोटिंग की गई है। सीट नंबर ब्रेल लिपी से भी लिखा होगा। ट्रेन में वाई-फ्राई की सुविधा भी दी गई है। साथ ही ट्रेन के अंदर पेंटिंग लगाई गई हैं। ट्रेन के फर्श भी पहले से बेहतर किया गया है। पूरी कोशिश ये ही ट्रेन पूरे सफर के दौरान साफ सुथरी रहे और देखने में आकर्षक लगे।
इसके अलावा भारतीय रेल ने 48 और मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों को सुपरफास्ट श्रेणी में ‘अपग्रेड’ कर किराया बढ़ा दिया है, लेकिन इन ट्रेनों की स्पीड में महज 5 किलोमीटर की बढ़ोतरी कर 50 किलोमीटर प्रतिघंटा कर दी गई है। वर्तमान में कई ट्रेनें, जिसमें राजधानी, दुरंतो और शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनें भी शामिल हैं, जो नियमित रूप से देरी से चल रही हैं। इन ट्रेनों को सुपरफास्ट का दर्जा तो दे दिया गया है, लेकिन यात्रियों के लिए इनमें कोई अतिरिक्त सुविधा नहीं जोड़ी गई है। अब यात्रियों को स्लीपर क्लास के 30 रुपये, सेकेंड और थर्ड एसी के लिए 45 रुपये व फर्स्ट एसी के लिए 75 रुपये अतिरिक्त चुकाने होंगे।