बिहार में लागू शराबबंदी, सरकारी दफ्तर में बैठकर पी रहे थे शराब, दो अफसर सस्पेंड
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के एक सरकारी दफ्तर में दो सरकारी कर्मचारियों को शराब पीते गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। पुलिस के अनुसार, पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी रमण कुमार सोमवार को मोतिहारी अंचल कार्यालय औचक निरीक्षण के क्रम में पहुंच गए। इसी दौरान उन्होंने एक कमरे में दो कर्मचारियों को शराब पीते पकड़ लिया। उनकी टेबल पर विदेशी शराब की दो बोतलें और कुछ खाने का भी सामान भी रखा हुआ था।
जिलाधिकारी ने खुद राजस्व कर्मचारी हारून रशीद और चपरासी भोला राम को धर दबोचा और उन्हें निलंबित करने का तत्काल निर्देश दिया। पूर्वी चंपाराण के जिलाधिकारी ने मंगलवार को बताया कि दोनों कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर गिरफ्तार कर लिया गया है। मामला गंभीर है, जांच के बाद कठोर कारवाई की जाएगी। बिहार में पिछले साल अप्रैल महीने से शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।
वहीं, बिहार में शराबबंदी के बाद शराब तस्करी के लिए एक से एक तरीके इजाद किए जा रहे हैं। मुजफ्फरपुर जिले के कटरा थाना क्षेत्र से पुलिस ने रविवार को एक तालाब से 1,771 शराब की बोतलें बरामद कीं। कटरा के थाना प्रभारी रतन कुमार यादव ने सोमवार को बताया था कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि धनौर गांव में एक तालाब के अंदर छिपाकर बड़ी संख्या में शराब की बोतलें रखी गई हैं।
पुलिस ने रविवार की देर शाम तालाब में ग्रामीणों और मछली पकड़ने वाले जाल की मदद से पांच फुट पानी के अंदर से 1,771 शराब की बोतलें जब्त की। उन्होंने बताया कि इन बोतलों में करीब 560 लीटर शराब मिली है। उन्होंने बताया कि इस मामले में कटरा थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है, जिसमें आठ लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। यादव ने बताया कि इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।