कभी ट्रंप को ठहराया था कलंक, अभी कैद है सऊदी का यह अरबपति प्रिंस
सऊदी अरब के प्रिंस अलवालिद बिन तलाल की गिरफ्तारी के बाद से ही पूरी दुनिया में इस बात की चर्चा हो रही है। भ्रष्टाचार के खिलाफ हो रही जांच के तहत 11 राजकुमारों और कई नामी लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। इन 11 राजकुमारों में अलवालिद का नाम भी शामिल है। दुनिया के 25वें सबसे अमीर व्यक्ति प्रिंस अलवालिद की गिरफ्तारी के बाद से ही पूरे सऊदी अरब में हड़कंप मचा हुआ है। कई बड़ी कंपनियों में निवेश कर चुके प्रिंस अलवालीद का जन्म 1955 में हुआ था। वह सऊदी अरब के पहले किंग के पोते हैं। ये जानकारी अलवालिद की पर्सनल वेबसाइट में उपलब्ध उनकी बायोग्राफी में दी गई है।
अलवालिद ने 1979 में मेनलो यूनिवर्सिटी से ऑनर्स के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्हें सऊदी का वॉरेन बफेट भी कहा जाता है। अलवालिद ने दुनिया की लगभग सभी बड़ी कंपनियों में निवेश कर रखा है। उन्होंने ट्विटर जैसी कंपनियों में निवेश करने के साथ-साथ बिल गेट्स के साथ भी व्यापार किया है। इतना ही नहीं अलवालिद ने माइकल ब्लूमबर्ग और रुपर्ट मर्डोक जैसी वर्ल्ड की सबसे बड़ी हस्तियों के साथ भी व्यापार किया है। दुनिया के बड़े और नामी होटलों में या तो अलवालिद का शेयर है या तो वे उन होटलों के मालिक हैं।
सऊदी के प्रिंस किंगडम होल्डिंग कंपनी (केएचसी) के चेयरमैन और एक्सेक्यूटिव ऑफिसर हैं। द रिचेस्ट के मुताबिक दुनिया के अमीरों की सूची में शामिल अलवालिद की कमाई 20 अरब डॉलर है। तेल-समृद्ध मध्य पूर्वी देश के प्रिंस होने के कारण हर कोई यही सोचेगा कि अलवालिद ने तेल व गैस उद्योग के जरिए ही अरबों की कमाई की होगी, लेकिन आपको बता दें कि सऊदी अरब के प्रिंस ने रियल एस्टेट की दुनिया में नाम कमाया है।
अलवालिद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ 2015 में हुए विवाद को लेकर चर्चा में आए थे। प्रिंस ने 1991 से 95 के बीच ट्रंप की मदद करते हुए उनका yatch खरीदा था, इसके साथ ही उन्होंने कारोबार में ट्रंप की मदद भी की थी, लेकिन 2015 में दोनों के बीच तनाव पैदा हो गया था। प्रिंस अलवालिद ने ट्वीट कर ट्रंप को अमेरिका के लिए कलंक बताया था। उन्होंने कहा था, ‘आप ना केवल जीओपी के लिए बल्कि पूरे अमेरिका के लिए कलंक हैं। राष्ट्रपति का चुनाव आप नहीं जीत पाएंगे, इसलिए अपना नाम वापस कर लीजिए।’ इस पर ट्रंप ने कहा था, ‘प्रिंस अपने पिता के पैसों से पूरे अमेरिका को खरीदना चाहते हैं, लेकिन मैं जब जीत जाऊंगा तब ऐसा नहीं होने दूंगा।’