टेरर फंडिंग पर NIA की सर्जिकल स्ट्राइक! 36.5 करोड़ की अवैध करेंसी बरामद, 9 अरेस्ट
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को दावा किया कि कश्मीर में आतंकी वित्तपोषण मामले की जांच के दौरान करीब 36.5 करोड़ रुपए की राशि वाले पुराने नोट (बंद हो चुके) जब्त किए गए हैं। एनआईए ने कहा, “हमने बंद हो चुकी मुद्रा को जब्त किया है। जिसका मूल्य 36,34,78,500 रुपए है। साथ ही जम्मू एवं कश्मीर में आतंकी वित्त पोषण मामले के संबंध में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।” हालांकि, जब्त की गई राशि का विवरण और गिरफ्तारी की जानकारी तत्काल नहीं मिल पाई है।
बता दें कि गिरफ्तार किए लोगों में अलगाववादी नेता और कश्मीरी व्यापारी भी शामिल हैं, जिनपर आतंकी गतिविधियों को वित्तीय मदद पहुंचाने का आरोप है। फिलहाल ये लोग तिहाड़ जेल में बंद हैं। एनआईए का यह दावा विपक्ष द्वारा किए जा रहे दावे के बीच आया है। दरअसल विपक्ष ने दावा किया था कि आठ नवंबर, 2016 को 1,000 और 500 रुपए के नोटों (लगभग 86 प्रतिशत मुद्रा बाजार का हिस्सा थी) का प्रचलन बंद करने के फैसले ने आतंकवाद को रोकने और सीमा पार से इसके वित्तपोषण पर कोई प्रभाव नहीं डाला है।
वहीं, नोटबंदी की पहली वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मीडिया को संबोधित किया। जेटली ने कहा कि नोटबंदी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक एेतिहासिक क्षण था। जेटली ने कहा कि नोटबंदी एकमात्र हल था और इससे सारी समस्याएं खत्म हो जाएंगी, एेसा नहीं है। लेकिन इससे अजेंडा बदला है। नोटबंदी की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा इससे आतंकी गतिविधियों का वित्त पोषण कम हो गया है और फर्जी कंपनियों की पहचान हुई है।
उन्होंने कहा कि कालेधन के खिलाफ कार्रवाई नैतिक कदम है। लूट तो वह होती है जो 2जी, कॉमनवेल्थ और कोल ब्लॉक आवंटन के दौरान हुई थी। वित्त मंत्री ने कहा कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को 2014 से पहले और उसके बाद भारतीय अर्थव्यवस्था की वैश्विक क्रेडिबिलिटी की तुलना करनी चाहिए। कांग्रेस का मुख्य अजेंडा एक परिवार की सेवा करना है, जबकि हमारा राष्ट्र की सेवा करना। इससे पहले पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने गुजरात में नोटबंदी, जीएसटी और बुलेट ट्रेन को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। सिंह ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी दोनों ही हमारी अर्थव्यवस्था के लिए बहुत खतरनाक कदम हैं।