नोटबंदी: पिछले एक साल से ऑनलाइन किराया ले रहा है यह रिक्शावाला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए नोटबंदी के फैसले को पूरे एक साल हो गए हैं। ठीक एक साल पहले 8 नवंबर 2016 को पीएम मोदी ने नोटबंदी का ऐलान करते हुए 500 और हजार के पुराने नोटों पर बैन लगा दिया था और डिजिटल ट्रांजिक्शन को बढ़ावा देने पर जोर दिया था। नोटबंदी के बाद से ही लोगों द्वारा डिजिटल भुगतान ही ज्यादा किया जा रहा है। ना केवल मॉल या बड़े स्टोर में डिजिटल भुगतान किया जा रहा है बल्कि छोटे कामों के लिए भी लोग ये रास्ता अपना रहे हैं। यहां तक कि कई ऑटो-रिक्शा चालक भी ऑनलाइन पेमेंट को ही सही मान रहे हैं। सिलीगुड़ी में एक ऐसा रिक्शावाला है, जो पिछले एक साल से ऑनलाइन पेमेंट ले रहा है। ना केवल कैश की कमी के दौरान बल्कि आज भी वह ऑनलाइन पेमेंट को ही प्राथमिकता दे रहा है।
बंगाल में रिक्शा चलाने वाला सुशील बर्मन अपने ग्राहकों से ऑनलाइन पेमेंट लेता है। वह इसके लिए कई माध्यम अपनाता है। उसके रिक्शा में बैठने वाले ज्यादातर लोग पेटीएम के जरिए भाड़े का भुगतान करते हैं। सुशील ने नोटबंदी के बाद से ऑनलाइन पेमेंट लेना शुरू किया और अभी भी वह ऐसा कर रहा है। सुशील को देखकर अन्य रिक्शाचालकों ने भी ऑनलाइन पेमेंट को महत्व देना शुरू कर दिया।
न्यूज़ 18 के मुताबिक सुशील का कहना है कि वह ऑनलाइन पेमेंट लेने के साथ ही ऑनलाइन भुगतान भी करता है। वह बहुत सी चीजों के भुगतान के लिए या तो क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करता है या पेटीएम के माध्यम से भुगतान करता है। ऐसा नहीं है कि सुशील केश बिल्कुल भी नहीं लेता, लेकिन ज्यादातर पेटीएम के माध्यम से ही भाड़ा लेता है। इसके अलावा सुशील ने अपने ग्राहकों के लिए स्कीम भी चला रखी हैं। अपनी ग्राहकी और ऑनलाइन ट्रांजिक्शन को बढ़ाने के लिए वह नए ग्राहकों को 80 फीसदी डिस्काउंट देता है और पुराने ग्राहकों को 20 फीसदी। सुशील का कहना है, ‘ऑनलाइन पेमेंट के जरिए मेरी ग्राहकी बढ़ी है। मैं चाहता हूं कि लोग कैश का कम से कम इस्तेमाल करें और इंटरनेट का इस्तेमाल करके कैशलेस ट्रांजिक्शन को महत्व दें।’