रणजी ट्रॉफी: 500 मैच खेलने वाली पहली टीम बनी मुंबई
इस घरेलू सत्र में गुरुवार को जब मुंबई क्रिकेट टीम वानखेड़े स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी के ग्रुप-सी का मैच में बड़ौदा के खिलाफ खेलने उतरी तो उसने एक ऐसा रिकार्ड अपने नाम दर्ज करा लिया जो भारतीय क्रिकेट में किसी भी घरेलू टीम के नाम नहीं था। मुंबई का यह 500वां रणजी मैच है। वह इतने मैच खेलने वाली पहली टीम है। मुंबई सबसे ज्यादा रणजी ट्रॉफी जीतने वाली टीम है। इसी टीम से सचिन तेंदुलकर, सुनिल गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर जैसे खिलाड़ी निकले हैं। 1930 में अस्तित्व में आई मुंबई ने 1934-35 में पहला रणजी ट्रॉफी खिताब जीता था। तब यह टीम बॉम्बे के नाम से जानी जाती थी। तब से इस टीम ने घरेलू क्रिकेट में अपनी बादशाहत को लगातार बरकरार रखा है।
टूर्नामेंट के इतिहास में खिताब जीतने के मामले में कोई भी टीम मुंबई के आस-पास भी नहीं है। मुंबई ने 83 रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट में हिस्सा लिया और 41 पर कब्जा जमाया। वह लगातार 15 बार रणजी ट्रॉफी जीतने वाली पहली टीम है। मुंबई ने 1958-59 से 1972-73 तक लगातार खिताब अपने नाम किया। 73-74 में कर्नाटक ने जीत हासिल करते हुए मुंबई की बादशाहत खत्म करने की कोशिश, एक साल बाद यह टीम ट्रॉफी वापस हथियाने में कामयाब रही।
इस 500वें मैच से पहले मुंबई ने 499 मैचों में से 242 जीत दर्ज की। वहीं सिर्फ 26 मैचों में उसे हार मिली है जबकि 231 मैच ड्रॉ रहे। अजीत वाडेकर मुंबई को सबसे ज्यादा खिताब दिलाने वाले कप्तान हैं। उन्होंने चार बार मुंबई को खिताब दिलाया। वसीम जाफर मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले और सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने 120 मैचों में 9,759 रन बनाए हैं। पदमाकर शिवाल्कर मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उनके नाम 361 विकेट हैं।