क्या रोजाना शारीरिक संबंध बनाने से घटता है स्पर्म काउंट?
आपने अक्सर सुना होगा कि सप्ताह में एक बार शारीरिक संबंध बनाना स्वास्थ्य के लिए भी सही होता है और यह आपकी फर्टिलिटी पर भी असर नहीं डालता लेकिन अगर आप लगातार शारीरिक संबंध बनाते हैं तो इससे पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होता है और उनमें इन्फर्टिलिटी बढ़ती है। इसके अलावा ऐसा भी सुनने को मिलता है कि बहुत ज्यादा सेक्स करने से शारीरिक कमजोरी और थकान जैसी समस्याएं भी आती हैं। लेकिन हम आपको बता दें कि सेक्स से जुड़े ये वो मिथक हैं जिनमें कोई सच्चाई नहीं है। तो आखिर क्या सच है? चलिए, सच के बारे में भी जान लेते हैं।
दरअसल हमारे शरीर को फ्रेश स्पर्म बनाने के लिए 24-36 घंटे लगते हैं। लगातार शारीरिक संबंध बनाने से स्पर्म काउंट कम तो होते हैं लेकिन उसके बाद जो फ्रेश स्पर्म बनते हैं उनमें गतिशीलता ज्यादा होती है और इनकी वजह से फर्टिलिटी पर अच्छा असर पड़ता है। ताजे स्पर्म ज्यादा जीवंत, गतिशील और फर्टिलिटी बढ़ाने वाले होते हैं। इसलिए अगर शरीर में ज्यादा समय तक स्पर्म स्टोर रहते हैं तो यह लोवर फर्टिलिटी का भी कारण बनते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इनफ्रिक्वेंट यानी कि कभी-कभी स्खलित होना पुरुषों में फर्टिलिटी के खतरे को बढ़ा सकता है और एक व्यक्ति बिना स्खलित हुए ज्यादा से ज्यादा 7 दिनों तक रह सकता है।
इसलिए अगर आप पिता बनना चाहते हैं तो हर 2-3 दिन में शारीरिक संबंध बनाना आपके लिए सही होता है। इससे अंडों के लिए फ्रेश स्पर्म उपलब्ध होते हैं प्रेग्नेंसी के चांसेज बढ़ाने में मदद करते हैं। इसलिए अब आपको अपने मन से इस डर को बाहर कर देना चाहिए कि ज्यादा सेक्स आपकी फर्टिलिटी को नुकसान पहुंचाता है और आपके स्पर्म काउंट को निचले स्तर पर ले जाता है। विशेषज्ञों का तो इतना कहना है कि शरीर में ज्यादा दिनों तक स्पर्म के रहने से डीएनए को भी नुकसान पहुंचता है। स्पर्म खुलेपन और हीट के प्रति काफी सेंसिटिव होते हैं और जब लंबे समय के बाद रिलीज किए जाते हैं तो उनकी गतिशीलता हीट और रेडिएशन से प्रभावित हुई रहती है जो पुरुषों को इन्फर्टिलिटी का शिकार बनाने में मदद करती है।