जोएनयू छात्रसंघ का दावा- कैंपस में राहुल गांधी या ममता बनर्जी से जुड़े वीडियो कर दिये गए ब्लॉक
जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन का आरोप है कि जेएनयू प्रशासन ने उनके इंटरनेट की पहुंच पर पाबंदी लगा दी है। प्रशासन ने इससे साफ इनकार किया है। शनिवार को यूनियन ने कहा कि जेएनयू वाईफाई के जरिए कई यूट्यूब चैनल और कई वेबसाइट्स पर स्टूडेंट्स कनेक्ट नहीं कर पा रहे हैं। खासतौर पर मोदी सरकार की पॉलिसी के खिलाफ कमेंट करने वाली न्यूज साइट समेत जेएनयू प्रेजिडेंशल डिबेट, स्टूडेंट्स लीडर्स की डिबेट, प्रोटेस्ट विडियो, सटायर कॉमिडी विडियो वाली साइट्स पर प्रशासन ने पाबंदी लगा दी है। जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष गीता कुमारी का कहना है कि कैंपस में जी न्यूज़ के अलावा कोई दूसरी न्यूज़ साइट भी ओपन नहीं हो रही है। इनका कहना है कि एनडीटीवी या द वायर की वेबसाइट खोलने पर लिख कर आता है कि एडल्ट कंटेंट नहीं खुल सकता है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक जेएनयू के विद्यार्थियों का कहना है कि कन्हैया कुमार, शहला रशीद, राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल या ममता बनर्जी से जुड़े वीडियो भी कैंपस में एक्सेस नहीं हो पा रहे हैं। इनका कहना है कि बीते शुक्रवार से ऐसी समस्या आ रही है।
हालांकि, यूनिवर्सिटी के रेक्टर-3 प्रो राणा प्रताप सिंह ने बताया कि जेएनयू की यूआरएल फिल्टरिंग पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं किया गया है। शनिवार को यूनियन की ओर से कहा गया कि सीट कट, मॉरल पुलिसिंग, फंड कट, नोटिस राज के बाद जेएनयू वीसी अब यूनिवर्सिटी वाई फाई पर कंट्रोल रखकर स्टूडेंट्स की अकैडमिक फ्रीडम खत्म करना चाहते हैं। यूनियन ने मांग की है कि फौरन सेंसरशिप हटाई जाए