ईरान-इराक में 7.2 तीव्रता का भूकंप: कम से कम 144 मारे गए, 860 से ज्यादा घायल
ईरान-इराक सीमा के पास रिक्टर पैमाने पर 7.2 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया। इस भूकंप के कारण दोनों देशों में काफी नुकसान हुआ है। ईरान की सरकारी समाचार एजंसी ने जानकारी दी है कि भूकंप के बाद कम से कम 140 लोग मारे गए हैं, जबकि घायलों की संख्या 869 से ज्यादा बताई जा रही है। बचाव अधिकारियों के मुताबिक, मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई लोग मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के मुताबिक, भूकंप ईरान की पूर्वोत्तर सीमा के पास इराक के हालाब्जा शहर के 30 किलोमीटर दक्षिणपश्चिम में आया। भूकंप 33.9 किलोमीटर की गहराई में दर्ज किया गया और इसके झटके तुर्की, इजरायल, कुवैत, लेबनान और यहां तक कि पाकिस्तान में भी महसूस किए गए। भूकंप में ईरान के 20 से अधिक गांव नष्ट हो गए हैं। बिजली और पानी आपूर्ति बाधित है। ईरान की आपातकाल विभाग की टीमें तुरंत हरकत में आई और हेलीकॉप्टर के जरिए भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की बुनियादी जरूरतें पूरी की जा रही हैं।
भूकंप के झटके से लोगों में दहशत फैल गई और लोग अपने घरों से भागकर सड़कों पर आ गए। इराक के मौसम विज्ञान संगठन ने चेतावनी जारी करते हुए नागरिकों को इमारतों से दूर रहने और एलेवेटर का इस्तेमाल नहीं करने की हिदायत दी है। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक, इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी भूकंप के बाद देश की नागरिकों की स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं।
ईरान के रेड क्रेसेंट संगठन के मोर्टेजा सलीम ने आईआरआईएनएन चैनल को बताया कि यहां के आठ गांवों में भारी क्षति हुई है। ईरानी मीडिया के मुताबिक, भूकंप से ईरान के कई स्थानों पर बिजली भी बाधित हुई है, जिससे राहत एवं बचाव कार्यों में दिक्कत आ रही है।
कुर्दिश टीवी के अनुसार, इराकी कुर्दिस्तान में कई लोग भूकंप की वजह से अपने घरों को छोड़कर जान बचाकर भाग गए हैं। हालांकि अभी वहां से जानमाल के नुकसान की कोई ख़बर नहीं मिली है।
5 साल पहले भी ईरान-इराक में दो बड़े भयानक भूकंप आए थे जिसमें कई सौ लोगों की जान गई थी। अगस्त 2012 में भी ईरान के उत्तर-पश्चिमी इलाके में दो जबर्दस्त भूकंपों में करीब 250 लोग मारे गए और 1300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।