एक और बाबा की करतूत- सेक्स रैकेट में पकड़ाया, बेल पर छूटा तो चलाने लगा जॉब रैकेट, गिरफ्तार
हाई-प्रोफाइल सेक्स-रैकेट में गिरफ्तार होने के बाद जमानत पर रिहा इच्छाधारी संत भीमानन्द को अब दिल्ली पुलिस ने नौकरी दिलाने के जाली रैकेट मामले में गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार भीमानन्द पर मकोका के तहत मुकदमा चल रहा है। भीमानन्द ने अपने पाँच साथियों के साथ मिलकर नौकरी दिलाने वाला रैकेट तैयार किया था। भीमानन्द के रैकेट का भंडाफोड़ दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली की जिला पुलिस ने मिलकर किया है। भीमानन्द को रविवार (27 अगस्त) को दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश से गिरफ्तार किया गया। उसने अपने साथी कंकणा देब का भी पता बताया जिसके बाद उसे महावीर एनक्लेव से गिरफ्तार कर लिया गया। भीमानन्द के बाकी साथी फरार हैं।
पुलिस के अनुसार भीमानन्द के रैकेट ने एक एमएनसी में काम करने वाले एक मार्केटिंग स्नातक से आईआरसीटीसी में नौकरी दिलाने के नाम पर 30 लाख रुपये ठगने की कोशिश की। ठगी की शिकार हुई महिला ने कहा, “मेरी सैलरी 60 हजार रुपये महीना थी। गिरोह के सरगना देब ने पिछले साल अगस्त में मुझसे वादा किया कि वो मुझे आईआरसीटीसी में असिस्टेंट मैनेजर की नौकरी दिला देगा।” पुलिस के अनुसार ठगों ने महिला से 12 लाख रुपये सिक्योरिटी डिपॉजिट के नाम पर वसूल लिए और उसे छह महीने में वापस करने का वादा किया। पुलिस के अनुसा देब ने महिला की कुछ लोगों से मुलाकात करायी जहाँ महिला ने अपने प्रमाणपत्र जमा किए और दो किश्तों में एक लाख रुपये दिए। जब महिला को ठगों की मंशा पर शक हुआ तो उन्होंने उसे धमकी दी कि वो उसे नौकरी से बर्खास्त करवा देंगे।
इस साल मार्च में आरोपियों ने महिला को नियुक्ति प्रमाणपत्र दिया। आरोपियों ने महिला से आठ लाख रुपये और मांगे। आरोपियों ने महिला के भाई को कृषि भवन में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। महिला के चचेरे भाई और एक अन्य जानने वाले को फूड इंस्पेक्टर की नौकरी दिलाने का झांसा दिया। जब महिला को नौकरी नहीं मिली तो जून में उसने आरोपी से सफाई मांगी तो उसने मान लिया कि उसने ठगी की है। आरोपी ने महिला से पैसे लौटाने का वादा किया लेकिन उसके दिए हुए चेक बाउंस कर गए। महिला के अनुसार आरोपियों ने उसे धमकी दी थी कि वो बड़े अधिकारियों और गैंगेस्टरों को जानते हैं।