चैन की सांस के लिए अभी करना होगा दो-तीन दिन और इंतजार
करीब दस दिनों से सांस लेने के लिए साफ हवा को तरसती दिल्ली ने बुधवार को प्रदूषण में व्यापक राहत महसूस की। दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर के हवा की गुणवत्ता में भी सुधार जारी है लेकिन गाजियाबाद में अभी भी बेहद गंभीर स्थिति बनी हुई है। लेकिन, एजंसियों के मुताबिक यह राहत केवल 2-3 दिनों की हो सकती है क्योंकि 18 नवंबर से वायु गुणवत्ता में फिर गिरावट की आशंका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड(सीपीसीबी) के रिकॉर्ड के मुताबिक दिल्ली में पीएम 10 का स्तर बुधवार को (शाम 4 बजे पिछले 24 घंटे का औसत) ‘खराब’ की श्रेणी में रहा (310 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर), जो वास्तव में राजधानी के लिए अच्छा है क्योंकि मंगलवार का स्तर ‘बहुत खराब’ था और उसके पहले ‘बेहद गंभीर’ था। सीपीसीबी के मुताबिक बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब की श्रेणी में रहा जो दिल्ली में 361, फरीदाबाद में 334, गुड़गांव में 350 और नोएडा में 367 रहा। वहीं गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक अभी भी बेहद गंभीर की श्रेणी में 418 दर्ज किया गया।
सफर (सिस्टम आॅफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च) के मुताबिक 15 नवंबर की शाम तक वायु गुणवत्ता में सुधार जारी रहेगा और उसके बाद 17 नवंबर तक यथास्थिति बनी रहेगी। लेकिन, 17 नवंबर के बाद से वायु गुणवत्ता में फिर से गिरावट आएगी, हालांकि बेहद गंभीर की श्रेणी में जाने की संभावना नहीं है। सफर ने हवा में पीएम 2.5 की मात्रा का पूर्वानुमान 16 नवंबर को 218 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर, 17 नवंबर को 246 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर और 18 नवंबर को 251 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर जताया है। स्काइमेट ने कहा कि बदलती स्थिति को देखते हुए अनुमान है कि अगले 2-3 दिनों तक प्रदूषण में इसी तरह का सुधार होगा। लेकिन दिल्ली वालों को चैन की सांस लेने के लिए दो-तीन दिन और इंतजार करना होगा। अगले 24 घंटों तक हरियाणा और पंजाब में बारिश के आसार हैं। जम्मू-कश्मीर में भी कुछ स्थानों पर बारिश और हिमपात होने के आसार हैं। इस बदलाव के बीच वातावरण में बढ़ी नमी और कम तापमान के चलते दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद में 18-19 नवंबर से कोहरे और धुंध की फिर से वापसी हो सकती है।